मेहसाणा : बुआ हो तो ऐसी; अपने भतीजे को किडनी दान कर दिया नवजीवन

मेहसाणा : बुआ हो तो ऐसी; अपने भतीजे को किडनी दान कर दिया नवजीवन

ओएनजीसी के सुरक्षाकर्मियों ने मिलकर चंदा एकत्रित कर की 2.36 लाख की सहाय

आज के जमाने में जहां पैसों के लिए लोग अपनों को भूल जाते है, उसी जमाने में ममता और प्यार का एक अनोखा उदाहरण सामने आया है। जिसमें गुजरात के मेहसाणा जिले की एक महिला ने अपने भतीजे के लिए अपनी कितनी दान कर उसकी जान बचाई थी। 28 वर्षीय युवक की दोनों किडनी फेल हो गई थी, जिसके चलते उसे अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहां उसे उसकी ही बुआ ने किडनी का दान कर उसकी जान बचाई थी। इसके अलावा ओएनजीसी के सेनापति बलदेवभाई देसाई ने मध्यमवर्गीय परिवार को 2.36 लाख एकत्रित कर उन्हें सहाय के तौर पर दान दिये थे। 
विस्तृत जानकारी के अनुसार, मेहसाणा के धिनोज गाँव के रहने वाले 28 वर्षीय युवक चौधरी चिराग शंकरभाई की दोनों किडनी निष्फल हो गई थी। ऐसे में युवक की बुआ कांताबेन चौधरी ने अपने भतीजे को किडनी देने की तैयारी दिखाई थी। इसके बाद झायाडस अस्पताल में सफल शस्त्रक्रिया कर उनकी किडनी ट्रांसप्लांट की गई थी। जिसके चलते उनके भतीजे को जीवनदान मिला था। मध्यमवर्ग के परिवार से आने वाले इस परिवार को सहाय करने के लिए ओएनजीसी के सुरक्षाकर्मियों ने चंदा एकत्रित कर परिवार को 2.36 लाख नकद की सहाय भी की थी। जिससे की उन्हें अस्पताल के खर्चों से कुछ राहत मिल सके।