गुजरात : गिर के किसान ने देसी इलाज से दोगुनी की अपनी आय, आप भी जानिए ये टिप्स

गुजरात :  गिर के किसान ने देसी इलाज से दोगुनी की अपनी आय, आप भी जानिए ये टिप्स

आज किसान दोगुने से भी ज्यादा उत्पादन कर लाखों कमाता है

 सूत्रपाड़ा के एक युवा किसान ने एक नारियल के खेत में सफेद मक्खी नामक बीमारी से छुटकारा पाने का देसी उपाय खोज निकाला है। 1 हजार लीटर पानी में गुड़ और गिर गाय के दूध को मिलाकर प्रयोग करने पर अच्छा सफलता मिली है। आज किसान दोगुने से भी ज्यादा उत्पादन कर लाखों कमाता है।
चोरवाड़ से ऊना तक का क्षेत्र हरियाली नगर था और  हरियाली नगर के तट पर बड़ी मात्रा में नारियल उगाया जाता था। काफी हद तक आज भी नारियल के पेड़ लगाये जाते हैं। लेकिन पिछले दो वर्षों में, सफेद मक्खियों ने नारियल के पेड़ों को मिटा दिया है। किसानों ने त्राहिमाम करने लगे है। कई किसानों ने अपने बागानों को काट दिया है।
इसके बाद सूत्रपाणा के जगदीश पंपानिया ने सोशल मीडिया से सफेद मक्खी से छुटकारा पाने का सफल इलाज ढूंढ निकाला है। इस ट्रीटमेंट से हर महीने 5 से 6 हजार नारियल गुणवत्ता के साथ कर रहे हैं। जहां पिछले साल 1 हजार से 1500 नारियल का उत्पादन हुआ, वहीं गुड़ और दूध के उपयोग से 8 से 10 हजार नारियल का उत्पादन होता है और सालाना 12 से 15 लाख की कमाई होती है।
एक ओर जहां दो वर्ष से हरियाली नगर माने जाना वाला  गिर सोमनाथ जिले में सफेद मक्खी नामक ग्रहण लगा था। सभी बागवानों के धारकों ने हजारों रुपये के कीटनाशक का छिड़काव किया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। छिड़काव के 10 या 15 दिनों के बाद सफेद मक्खियाँ फिर से दिखाई देने लगती थी। ऐसे और भी कई प्रयोग किए गए जिनमें जहरीली दवाओं के कारण मधुमक्खियां कम होने लगीं और मधुमक्खियां नारियल के निषेचन के लिए आवश्यक मानी जाती हैं। आखिरकार लोगों ने बगीचों में धुआं भी किया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। जिससे किसान परेशान हो गये थे। 
जबकि सूत्रपाडा के एक युवा किसान जगदीश पम्पानिया को जानकारी मिली कि गाय के दूध, गुड़ और पानी को मिलाकर छिड़काव करने से समस्या का समाधान हो जाता है। पिछले छह महीनों में जब यह किसान प्रयोग कर रहा था, जिस बगीचे में केवल 1 हजार या 2000 हजार हरे नारियल उगाए गए थे, आज 8 से 10 हजार नारियल हैं और वह भी बिना रोग के मीठे शहद की तरह।
कई किसान आज भी वही प्रयोग करके अमीर बन रहे हैं, जैसा कि अन्य किसान इस प्रयोग से वाकिफ हैं। जिससे नारियल की खेती में एक नई क्रांति की उम्मीद है। गाय के दूध, गुड़ को मिलाकर नारियल के पेड़ पर फव्वारे की मदद से छिड़काव करने से मधुमक्खियां अपने स्वाद और सुगंध के कारण भारी संख्या में आ रही हैं। जिससे नारियल के फलने में काफी वृद्धि होती है। और आज मधुमक्खियों के आने से सफेद मक्खियां भाग रही हैं।
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