गुजरात : 6 साल से हृदय की बीमारी से पीड़ित किशोरी को राजस्थानी युवक के हृदयदान के बाद फिर से मिला नया जीवन

गुजरात : 6 साल से हृदय की बीमारी से पीड़ित किशोरी को राजस्थानी युवक के हृदयदान के बाद फिर से मिला नया जीवन

अहमदाबाद सिविल अस्पताल में ब्रेनडेड युवक के हृदय दान से जामनगर की 14 वर्षीय किशोरी को मिल रहा है नया जीवन

राजस्थान के परिवार ने अपने 20 साल के पुत्र को ब्रेनडेड घोषित करने के बाद उसके शरीर के अंगो का दान कर के मानवता का उदाहरण पेश किया है। 20 वर्षीय युवक के अंगदान के चलते अब अहमदाबाद की 14 वर्षीय किशोरी को नया जीवन मिला है। 
विस्तृत जानकारी के अनुसार, राजस्थान के राजसमंद जिले के रहने वाले युवक पुरणसिंह परमार का एक्सीडेंट होने के चलते उन्हें सिर में गंभीर चोटें आई थी। जिसके चलते उन्हें इलाज के लिए अहमेदाबाद की सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। काफी प्रयास करने के बाद भी डॉक्टरों द्वारा उसे बचाया नहीं जा सका था और 14 मार्च को डॉक्टरों की फेनल द्वारा पुरणसिंह को ब्रेनडेड घोषित किया गया। 
युवक के ब्रेनडेड होने के चलते उनके अंगदान के लिए अनुमति ली गई। परिवार की अनुमति के बाद अस्पताल द्वारा युवक का हृदय, किडनी और लीवर दान के लिए योग्य साबित हुआ। जिसके चलते इन तीन अंगों का दान करने का निर्णय लिया गया। युवक की किडनी और लीवर IKDRC स्थित मरीजों में ट्रांसप्लांट किया गया। जबकि युवक का हृदय जामनगर की 14 वर्षीय किशोरी के दिल में धड़केगा। किशोरी पिछले 6 सालों से टर्मिनल हार्ट फेल्योर से पीड़ित है। अस्पताल के डॉक्टर धीरेन शाह और धवल नाईक के अनुसार, ट्रांसप्लांट के बाद अब किशोरी की हालत स्थिर है। बता दें कि पुरणसिंह परमार द्वारा दान किया गया, यह हृदय गुजरात में 60 वां हृदय है, जिसे दान किया गया ही। इसके अलावा यह 27वां इंट्रास्टेट हार्ट ट्रांसप्लांट है।