जानें जंग के बीच भारतीय मेडिकल स्टूडेंट्स को लेकर लौटी एयर इं‌डिया की जांबाज महिला पायलट दिशा के साहस की कहानी

जानें जंग के बीच भारतीय मेडिकल स्टूडेंट्स को लेकर लौटी एयर इं‌डिया की जांबाज महिला पायलट दिशा के साहस की कहानी

एयर इंडिया की महिला पायलट ने युद्ध के दौरान यूक्रेन में ना सिर्फ अपना विमान सफलतापूर्वक उतारा बल्कि एक घंटे में 242 भारतीय छात्रों के साथ भारत भी लौट आई

रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध इस समय दुनिया भर में तनाव पैदा कर रहा है। एक के बाद एक रूस-यूक्रेन युद्ध के जुड़े दृश्य भी सामने आ रहे हैं। इस युद्ध में भारत के कई नागरिक और विद्यार्थी यूक्रेन समेत अन्य युद्ध क्षेत्र में फंसे हुए है। भारत सरकार अपने नागरिकों को वापस लाने के लिए आपरेशन गंगा चला रही है। इसी आपरेशन गंगा के तहत कच्छ की एक महिला पायलट ने कुछ ऐसा साहसिक कार्य किया जिसके लिए चारों तरफ उनकी तारीफ हो रही है। एयर इंडिया की महिला पायलट ने युद्ध के दौरान यूक्रेन में ना सिर्फ अपना विमान सफलतापूर्वक उतारा बल्कि एक घंटे में 242 भारतीय छात्रों के साथ भारत भी लौट आई।
आपको बता दें कि कच्छ के तुम्बडी इलाके की बेटी दिशा गड़ा एयर इंडिया में पायलट हैं। जिस दिन युद्ध की घोषणा की गई, उस दिन दिशा गडा ने यूक्रेन से भारतीय छात्रों को लेने के लिए चार अन्य वरिष्ठ क्रू सदस्यों के साथ भारत से एयर इंडिया का विमान लिया। जब युद्ध शुरू हुआ, तब काला सागर के रास्ते उड़ान यूक्रेन के कीव में बोरिसपिल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से 80 समुद्री मील की दूरी पर थी। युद्ध उसी समय शुरू हुआ जब गडा एयर इंडिया का विमान यूक्रेन में उतरा। इस लड़ाई की गवाह खुद दिशा गड़ा भी थीं। साहसिक दिशा ने युद्ध की परवाह किए बिना विमान को यूक्रेन को उतारा। युद्ध के दौरान  विमान को उतारना पायलट के लिए चुनौतीपूर्ण होना स्वाभाविक है।
(Photo Credit :tv9gujarati.com)
हालांकि, अन्य वरिष्ठों के मार्गदर्शन में, विमान आवंटित से कम जगह में यूक्रेन के हवाई अड्डे पर उतरा। एयर इंडिया के शीर्ष अधिकारियों ने वहां हवाईअड्डा प्राधिकरण के साथ बातचीत की और एक घंटे की छोटी अवधि में भारत वापस आने के लिए तैयार यूक्रेन के 242 मेडिकल छात्र विमान में सवार हो गए। इन सभी को युद्ध के बीच में से सुरक्षित मुंबई वापस भेज दिया गया था।  इस तरह गुजरात की दिशा समेत भारत के कई क्रू मेंबर्स फंसे छात्रों के लिए तारणहार साबित हुए।
रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे इस विनाशकारी युद्ध के बीच कच्छ की बेटी की चारों तरफ तारीफ हो रही है। जैन समाज की इस बेटी को लोग बधाई दे रहे हैं। खास बात यह है कि कच्छ जिले के मोती तुंबडी की रहने वाली लिनाबेन जयेश गड़ा की बेटी दिशा गाड़ा ने छात्रों को वापस लाने में मदद की। दिशा ने एयर इंडिया में पायलट आदित्य मन्नूर से शादी की है और वर्तमान में अपने पति के साथ मुंबई में रहती है। हालाँकि, चूंकि दिशा मूल रूप से कच्छ की हैं, इसलिए कच्छ के लोगों को उनके साहसिक कार्य पर गर्व है।
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