अमेरिका-कनाडा ले जाने का लालच देकर अपहरण और फिरौती के खतरनाक खेल का गुजरात पुलिस ने ऐसे किया खुलासा

अमेरिका-कनाडा ले जाने का लालच देकर अपहरण और फिरौती के खतरनाक खेल का गुजरात पुलिस ने ऐसे किया खुलासा

16 लोगों को बचाया, अब तक 3 करोड़ की वसूली का अंदेशा

भारत में हर किसी को विदेश जाने का काफी शौक होता है। इसका फायदा उठाकर कई लोग विदेश ले जाने का फायदा उठा कर उन्हें चुना भी लगवाते है। ऐसा ही कुछ हुआ गुजरात के 15 यात्रियों के साथ, जिन्हें कुछ लोगों ने अमेरिका और कैनेडा ले जाने के बहाने बंदी बनाकर रखा था। हालांकि गांधीनगर पुलिस द्वारा एक दिलधड़क ऑपरेशन में सभी बंधकों को दिल्ली के एक होटल से छुड़वाया है। जांच में सामने आया कि सभी लोगों को पिछले तीन महीने से बंदी बनाकर रखा गया था। यही नहीं अब तक इन सभी से वसूली के नाम पर भी 3.05 करोड़ वसूले जा चुके है।
इस बीच एक व्यक्ति ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई कि उसके पुत्र और पुत्रवधू पिछले तीन साल से किसी गैंग द्वारा अपहृत है। घटना की जानकारी पुलिस के बाद मुख्यमंत्री तक पहुंच गई थी, जिसके बाद पुलिस ने घटना में तेजिंसे कार्यवाही की थी। पुलिस की प्रारंभिक जांच में दोनों के दिल्ली होने की जानकारी सामने आई थी। जिसके चलते गांधीनगर एलसीबी पुलिस से इंस्पेक्टर जे एच सिंधव और पुलिस सब इंस्पेक्टर एस पी जडेजा दिल्ली जाने के लिए निकले, जहां उन्हों ने दंपत्ति का लोकेशन ट्रेस कर उसे एक होटल से छुड़वाया था। दंपत्ति की पूछताछ में सामने आया कि उनकी तरह ही अन्य कई लोगों को बंधक बनाया गया है।  
दंपत्ति से पूछताछ के बाद पुलिस ने एक अन्य ऑपरेशन किया। जिसमें पुलिस ने अन्य 15 गुजरातियों को भी इस गैंग की चपेट से छुड़वाया था। इन सभी को दिल्ली की विभिन्न होटलों में बंधक बनाकर रखा गया था। सभी व्यक्ति गांधीनगर के खरणा, महेसाणा तथा अहमदाबाद के होने की हकीकत सामने आई है। पूरे मामले की जानकारी देते हुये एसपी मयूर चावडा ने बताया स्थानीय एजंट के द्वारा इन सभी को अमेरिका और केनेडा ले जाने के बहाने उन्होने बंधक बनाया था। जिसमें रमेश सोमा पटेल नाम के एजंट की भूमिका मुख्य थी।
फिलहाल पुलिस द्वारा एजंट की पूछताछ की जा रही है। पुलिस का अनुमान है कि गिरोह ह्यूमन ट्राफिकिंग के काम से भी जुड़ा हुआ है। उन्होने एक डेढ़ साल की बच्ची के लिए परिजनों से पैसे ना मिलने पर उसे बांग्लादेश बेच देने की धमकी भी दी थी। ऐसे में पुलिस को शंका है की पहले भी इस गैंग द्वारा इस तरह से किसी भी लड़की को बांग्लादेश में बेच दिया गया होगा।