गुजरात : प्राचीन परंपरा का अनुसरण; यूं बैलगाड़ी में निकली बारात!
By Loktej
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मूल रूप से सावरकुंडला के दितला गांव के रहने वाले डोबरिया परिवार की अनोखी पहल
आज के समय में शादी में मंहगी गाड़ियों का उपयोग होता है। दूल्हा अपनी शादी के दौरान लिए महंगी कार, विक्टोरिया कार, विंटेज कार में सवारी करना पसंद करता है। कुछ तो हेलिकॉप्टर से शादी करने आना चाहते है और कुछ तो आते भी हैं। लेकिन, अमरेली का एक दूल्हा ऐसा है जिसने अपनी बारात में जाने के लिए बैलगाड़ी का उपयोग किया। बैलगाड़ी पर सवार इस दूल्हे ने गाँव के बड़े-बुजुर्गों को उनके ज़माने की याद तजा कर दी।
आपको बता दें कि मिनी ट्रैक्टरों के आने से गांवों के अधिकांश किसानों ने बैलगाड़ी रखना बंद कर दिया है। मूल रूप से सावरकुंडला के दितला गांव के रहने वाले और अब सूरत में रहने वाले डोबरिया परिवार ने बैलगाड़ी में अपने बेटे की बारात लेने का फैसला किया। डोबरिया परिवार के सदस्यों ने तीन महीने पहले ही बैलगाड़ी को सजाने की तैयारी शुरू कर दी थी। डोबरिया परिवार द्वारा बैलगाड़ियों को उसी तरह सजाया गया जैसे कि पहले के समय बारात ले जाते समय गाड़ियाँ और बैलों को सजाया जाता था। बता दें कि डोबरिया परिवार का मूल गांव दितला है, जहां से 8 किमी की दूरी पर कन्यापक्ष का नस्दी गांव स्थित है। घटना में शामिल लोग और दूल्हा खुद 9 बैलगाडिय़ों में सवार होकर यह दूरी तय की।
गौरतलब है कि स्नातक तक पढ़ाई पूरी कर अपने पिता का व्यवसाय में साथ देने वाले हनील डोबरिया ने अपने दादा से सुना कि पहले के समय में लोग बैलगाड़ियों और घोड़ों पर शादी करते थे। हैनेल ने अपने परिवार के सामने अपनी शादी में ठीक वैसा ही करने की इच्छा व्यक्त की। परिवार न सिर्फ इस बात से सहमत हुआ बल्कि उनका उत्साह कई गुना बढ़ गया। आज के समय वाहनों की यांत्रिक जिन्दगी के बीच इस पहल ने पहले की याद ताजा कर दी।