सूरत-अहमदाबाद के भूतपूर्व नगर निगम कमिशनर आईएएस अधिकारी गुरूप्रसाद महापात्रा की कोरोना से हुई मृत्यु

सूरत-अहमदाबाद के भूतपूर्व नगर निगम कमिशनर आईएएस अधिकारी गुरूप्रसाद महापात्रा की कोरोना से हुई मृत्यु

भारत सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ कॉमर्स में भी दी थी अपनी सेवा, सूरत की सुंदरता बढ़ाने के लिए किया था काफी काम

गुजरात केडर के आईएएस अधिकारी गुरुप्रसाद महापात्रा का कोरोना के कारण निधन हुआ है। पिछले डेढ़ महीने से कोरोना के सामने जंग लड़ रहे गुरुप्रसाद ने शनिवार को अपनी अंतिम सांस ली थी। 
विस्तृत जानकारी के अनुसार, डेढ़ महीने पहले गुरुप्रसाद महापात्रा कोरोना संक्रमित हुए थे। जिसके चलते उन्हें एम्स अस्पताल में दाखिल किए गए थे। जहां वह इलाज के दौरान कोमा में चले गए थे और आज सुबह उनकी मौत हुई थी। महापात्रा 1986 की बेच के आईएएस अधिकारी थे और उन्होंने गुजरात में राजकोट तथा जूनागढ़ में कलेक्टर के तौर पर भी काम किया था। महापात्रा सूरत में भी म्युनिसिपल कमिशनर के तौर पर कार्य किया था, इस दौरान उन्होंने सूरत की सुंदरता बढ़ाने के काफी प्रयास किए थे। सूरत में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट तथा उसके अनुसार इंफ्रास्ट्रकचर खड़ा करने में भी काफी बड़ा योगदान दिया था। 
अपने अहमदाबाद नगर निगम के म्युनिसिपल कमिश्नर के कार्यकाल में साबरमती रिवरफ्रंट प्रोजेक्ट, बीआरटीएस, कांकरिया लेकफ्रंट और हेरिटेज प्रमोशन प्रोजेक्ट को भी काफी वेग मिला था। इसके अलावा उन्होंने एयरपोर्ट ओथोरीटी ऑफ इंडिया के कार्य को भी एक नई दिशा दी थी। महापात्रा ने मेट्रो शहर के साथ-साथ छोटे और माध्यम कक्षा के शहरों के विकास पर भी काफी ज़ोर दिया था। सूरत और अहमदाबाद के म्युनिसिपल कमिशनर के तौर पर काम करने के पहले भारत सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ कोरमर्स के जोईंट सेक्रेटरी के तौर भी काम किया था। पिछले कई दिनों से उनका नाम गुजरात के मुख्य सचिव के तौर भी काफी चर्चा में था। उनके निधन के बाद मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी है।