गुजरात : नया शैक्षणिक सत्र हुआ शुरू, लेकिन पाठ्यपुस्तक तो छपे ही नहीं हैं!

सरकारी कचहरी के सभी स्टाफ के कोरोना ड्यूटी में व्यस्त रहने के कारण नहीं हो पाई किताबों की छपाई

गुजरात में नए शैक्षणिक सत्र का ऑनलाइन प्रारंभ हो चुका है। स्कूलों में शिक्षकों द्वारा सभी विषय के क्लास भी शुरू हो चुके है। हालांकि इन सबके बीच अभी तक बच्चों के लिए किताबें तो छपी ही नहीं है। गुजरात में कक्षा 3 से 10 और 11वीं तथा 12वीं के कई विषय के किताब अभी तक छपे ही नहीं है। किताबों की कमी से छात्र, शिक्षक और स्कूलों को भी काफी तकलीफ़ों का सामना करना पड़ रहा है। बता दे की कोरोना महामारी के कारण गुजरात में पिछले साल की तरह ही इस साल भी ऑनलाइन पढ़ाई हही शुरू की गई है। 
संदेश की एक रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना की पहली लहर के बाद दूसरी लहर के दौरान गुजरात पाठ्यपुस्तक मंडल के कमजोर आयोजन के कारण ऑनलाइन पढ़ाई शुरू होने के बाद भी छात्रों को किताबों के लिए यहाँ वहाँ भटकना पड़ रहा है। फिलहाल कक्षा 3, कक्षा 5 से 10 और कक्षा 11 तथा 12 कॉमर्स विभाग के आधे से भी आधे डजन से अधिक पुस्तक पूरी मात्रा में नहीं है। पढ़ाई शुरू होने के बाद भी छात्रों के पास कई मुख्य विषय के पुस्तक नहीं है। 
नए किताबों की प्रिंटिंग ना हुई होने के कारण ऑनलाइन वैबसाइट पर भी नया सिलेबस अपलोड नहीं हुआ है। सभी अभिभावक दुकानों पर भीड़ लगा रहे है। जानकारी के अनुसार, सरकारी कचहरी 50 प्रतिशत स्टाफ के साथ चल रही थी और वह स्टाफ भी कोरोना ड्यूटी में था। जिसके चलते समय पर प्रिंटिंग नहीं हुई है। फिलहाल की जानकारी के अनुसार 15 जुलाई तक लोगों को किताब मिल सके ऐसे हालात है। इसके अलावा कई किताबों के लिए तो बुक सेलर्स को दिल्ली ऑर्डर कर के बुक मंगवानी पड़ी थी। 
बता दे की इस समय दुकानों में जो बुक नहीं मिल रही है उसकी लिस्ट निम्नानुसार है। 
कक्षा 3 - इंग्लिश, गुजराती, गणित, विज्ञान
कक्षा 4 - गणित, विज्ञान
कक्षा 5 -  ईवीएस, गुजराती, गणित, विज्ञान
कक्षा 6 से 8 -  सामाजिक विज्ञान, गणित, विज्ञान
कक्षा 9 - कम्प्युटर
कक्षा 10 - सामाजिक विज्ञान
कक्षा 11 (कॉमर्स) - इंग्लिश
कक्षा 12 (कॉमर्स) - इंग्लिश, कम्प्युटर
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