ब्लैक फंगस से झूझता परिवार : 41 लाख खर्च होने के बाद भी अभी ईलाज बाकी

ब्लैक फंगस से झूझता परिवार : 41 लाख खर्च होने के बाद भी अभी ईलाज बाकी

ब्लैक फंगस के कारण अब तक 6 बार हो चुकी है सर्जरी, बीमारी के खर्च से निपटने के लिए बेचना पड़ा घर

देश में कोरोना महामारी के बीच ब्लैक फंगस के केस भी बढ़ रहे है। दूसरी लहर में कोरोना से रिकवर हुये मरीजों पर ब्लैक फंगस का खतरा मंडरा रहे होने की संभावना काफी अधिक बनी हुई है। एक तरफ जहां कोरोना के केस कम हो रहे है, वही दूसरी और ब्लैक फंगस के केस बढ्ने लगे है। ऐसे में एक महामारी के खतम होने की बाद दूसरी महामारी से निपटना पड़े ऐसी स्थिति हो गई है। गुजरात में ब्लैक फंगस के केसों में असामान्य वृद्धि देखी गई है। ऐसे में आज हम एक ऐसे मरीज की बात करेंगे। जो पिछले 5 महीनो से ब्लैक फंगस से ठीक ही नहीं हुआ। 
प्राप्त जानकारी के अनुसार, राजकोट के रहने वाले विमल दोषी कुछ समय पहले कोरोना से संक्रमित हो गए थे। विमल ने कोरोना को तो मात दे दी, पर इसके बाद वह ब्लैक फंगस का शिकार हो गए। विमल को अब तक ब्लैक फंगस के लिए 39 इंजेक्शन दिये जा चुके है। पिछले पाँच महीनों में उन्होंने 6 बार सर्जरी करवा ली है और उनकी 7वीं सर्जरी भी होने जा रही है। इस बारे में जानकरी देते हुये विमल की पत्नी चाँदनी कहती है की काम के कारण वह लगातार अहमदाबाद रहते थे। जहां नवंबर 2020 में वह कोरोना संक्रमित हुये। जिसके चलते 15 दिन तक उनका इलाज किया गया।
इस दौरान उन्हें ऑक्सीज़न के साथ-साथ स्टेरोइड भी दिया गया। पत्नी के अनुसार उन्हें नाक में ब्लैक फंगस का इन्फेक्शन हुआ था। उन्होंने अब तक 39 इंजेक्शन ले लिया है और 6 बार उनकी सर्जरी भी हो चुकी है। ब्लैक फंगस के कारण वह पिछले 5 महीनों से आनंद में रह रहे है। विमल की पत्नी का कहना है पति के इलाज में अब तक उनकी पूरी बचत खत्म हो चुकी है। यही नहीं उन्हे उनका घर भी बेचना पड़ा है। पति के इलाज में अब तक 41 लाख रुपए का खर्च हो चुका है और अभी भी 10 से 15 लाख रुपयों की जरूरत है। पत्नी ने बताया की अब तक उनकी चार लेप्रोस्कोपी, एक फॉरहेड सर्जरी और एक ब्रेन सर्जरी हो चुकी है। एक बार ठीक हो जाने के बाद भी फिर से उनके दिमाग में ब्लैक फंगस का इन्फेक्शन देखने मिला था।