गुजरात : आंशिक नियंत्रण हटते ही कोरोना का खौफ भूले लोग, बाजारों में उमड़ पड़े

गुजरात : आंशिक नियंत्रण हटते ही कोरोना का खौफ भूले लोग, बाजारों में उमड़ पड़े

सरकार द्वारा छूट दिये जाने के दिन ही महानगरों के बाज़ारों में उमड़ी भारी भीड़, छोटे दूकानदारों ने ली राहत की सांस

राज्य भर में कोरोना संक्रमण के केसों की संख्या कम होते देख राज्य सरकार द्वारा राज्य भर में आंशिक नियंत्रण में और भी रियायते दी गई है। हालांकि सरकार द्वारा नियंत्रण के हटाये जाते ही बाज़ारों में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी है। सरकार द्वारा सुबह 9 से दोपहर के 3 बजे तक दुकाने खोलने की अनुमति दी गई थी। हालांकि सरकार के नियंत्रण हटाने के साथ ही बाज़ारों में मानों दिवाली जैसा माहौल बन गया था। 
इसके पहले संक्रमण को कम करने के लिए राज्य सरकार द्वारा सभी तरह की दुकानों और शॉपिंग मोल बंद करने का निर्णय लिया गया था। पर संक्रमण का दर कम होने पर व्यापार-उद्योग के विकास के लिए सरकार द्वारा आंशिक नियंत्रण में कुछ रियायतें दी गई थी। हालांकि सरकार द्वारा छूट देने के बाद से ही मानो प्रजा कोरोना चला गया हो इस तरह मार्केट में घूमने लगे थे। 
सुरत के चौटा बाजार स्थित मार्केट में तो लोगों की काफी भीड़ देखने मिली थी। वहीं अहमदाबाद में भी रास्तों पर ट्राफिक जाम देखने मिला था। राजकोट में भी लोग सुबह से ही खरीदी करने के लिए बाज़ारों में कूद पड़े थे। सरकार द्वारा दी गई छूट के पहले दिन ही छोटे शहरों के बाज़ारों में काफी भीड़ देखने मिली थी। दोपहर के समय दुकान बंद हो जाने के डर से लोग सुबह से ही बाजारो में खरीदी करने के लिए उमड़ पड़े है। हालांकि 23 दिनों के बाद आंशिक अनलोक होने से व्यापारियों ने काफी हद तक राहत की सांस ली है। 
गौरतलब है की अभी भी देश और राज्य से कोरोना का खतरा पूरी तरह से टला नहीं है। ऐसे में सरकार के साथ लोगों का भी यह दायित्व बनता है। ऐसे में यदि लोगों द्वारा इस तरह की लापरवाही दिखाई जाएगी तो हो सकता है की राज्य में संक्रमण फिर से बढ्ने लगे। हालांकि बड़े शहरों के अलावा भावनगर, जूनागढ़ जैसे शहरों में सड़क पर लोगों की मौजूदगी काफी कम देखने मिली। छोटे शहरों में अभी भी लोगों में कोरोना का भय बना हुआ है ऐसा चित्र सामने आया है।