अजीब किस्सा; चक्रवात के बीच शैल्टर होम में शादी की रस्म अदायगी पर अड़ गये गांववासी!

तूफान के बीच भी लड़की की शादी करवाने पर अड़े गाँववाले, पुलिस ने ढूंढा पंडित

ताऊते चक्रवात के कारण पिछले दो से तीन दिनों से गुजरात के अलग-अलग कहर मच गया है। चक्रवात के पूर्वानुमान कि सूचना होने के चलते तंत्र द्वारा पहले से ही लोगों का स्थानांतरण शुरू कर दिया गया था। हालांकि लोगों के स्थानांतरण के बीच ही एक अजीब घटना सामने आई है, जहां एक और पुलिस और प्रशासन लोगों  को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का प्रयास कर रही थी। वहीं दूसरी और भरूच के पुलिस वाले शादी करवाने के लिए ब्राह्मण को ढूंढने के लिए निकले थे। 
क्योंकि पुलिस द्वारा ग्रामजनों को जिस आश्रय कैंप में रखा गया था यदि उस कैंप में ब्राह्मण ना आए तो उन्होंने वहाँ से चले जाने की बात कि थी। 
विस्तृत जानकारी के अनुसार, चक्रवात का जोखिम भरूच जिले के तटीय इलाके जैसे की हांसोट, वागरा और जंबुसर में अधिक था। इस लिए इन तीन तहसील के 100 से अधिक गाँव के लोगों को सुरक्षित स्थल पर पहुंचाने का कार्य शुरू किया। हालांकि जिस समय यह कार्य हो रहा था तभी कँटियाजाल के गाँव के लोगों ने शेल्टर होम में जाने से मना कर दिया। इस बात की जानकारी होते ही उच्च अधिकारी भी घटना स्थल पर दौड़े चले आए। जानकारी के अनुसार गाँव में 18 मई को रेखा राठौड़ नाम की युवती की शादी ओलपाड के नीलेश के साथ तय हुई थी। बारात गाँव में आ गई थी और यदि बारात वापिस चली जाती तो लोगों में गलत भ्रम फैलता ऐसा गाँव वालों को अंदेशा था। इसलिए गाँव वाले बिना शादी के शेल्टर होम में जाने को तैयार नहीं थे। 
पूरी घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने रेखा की शादी नीलेश के साथ करवाने का जिम्मा उठा लिया और शादी के लिए पंडित को ढूँढने निकाल पड़ी। इसके बाद पुलिस ने पंडित को ढूंढा और उनको लेकर कैंप में पहुंची। जिसके बाद गाँववालों की मौजूदगी में उनकी शादी करवाई गई। इसके बाद चक्रवात की स्थिति पूरी तरह से ठीक होने के बाद रेखा की विदाई की गई।