कोरोना संकट के बीच राहत भरी खबर, झायडस ने तैयार की दवा, आपात उपयोग के लिये मांगी मंजूरी

कोरोना संकट के बीच राहत भरी खबर, झायडस ने तैयार की दवा, आपात उपयोग के लिये मांगी मंजूरी

फिलहाल बाजार में उपलब्ध दवाओं से 12 प्रतिशत अधिक कारगर, कम करेगा मृत्युदर

राज्य में लगतार कोरोना के केस बढ़ते ही जा रहे है। बढ़ते केसों के कारण अधिक से अधिक लोगों को टीका दिलाने के लिए भी ज़ोर-शोर से चल रहा है, जिससे की कोरोना को बढ़ने से रोका जा सके। हालांकि फिर भी जो मरीज अभी भी अस्पतालों में है, उनके लिए अस्पताल द्वारा रेमेडीसिविर और टोसिलिझूमेब इंजेक्शन का इस्तेमाल किया जा रहा है। हालांकि बढ़े हुये मरीजों के कारण राज्य में दोनों इंजेक्शन की कमी भी देखने मिल रही है। इस बीच एक अच्छी खबर भी सामने आई है। 
गुजरात की बड़ी फर्मासीटिकल कंपनी झायडस ने दावा किया है की उसने कोरोना का इलाज करने के लिए एक दावा ढूंढ निकली है। पेजिलेटेड इंटर फेरोन नाम की इस दवा के इस्तेमाल लिए झायडस द्वारा DGCI की पर्मिशन भी मांगी गई है। कंपनी का कहना है कि इस दवा के इस्तेमाल से तीसरे फेज में 92 प्रतिशत मरीजों का सफल उपचार करने में सफलता मिली है। इसके अलावा कंपनी ने कहा कि इस दवा के इस्तेमाल से गंभीर मरीजों के लिए ऑक्सीज़न की जो आवश्यकयता पड़ती है, उसमें भी काफी कमी आएगी। 
झायडस का कहना है की फिलहाल बाज़ारों में मिलने वाली सभी दवाएं 80 प्रतिशत कारगर है। जबकि नई दवा पेजिलेटेड इंटर फेरोन 92 प्रतिशत कारगर है। इसके अलावा इस दवा के इस्तेमाल से मरीजों की ऑक्सिजन की जरूरत और उनका मृत्युदर भी कम किया जा सकेगा। कंपनी ने जल्द ही DGCI से दवा का कमर्शियल इस्तेमाल करने की पर्मिशन मांगी है।