गुजरात : हवाई अड्डों पर कोरोना जांच से यात्रियों को दिक्कत

गुजरात : हवाई अड्डों पर कोरोना जांच से यात्रियों को दिक्कत

कम जगह और मात्र दो कर्मचारियों की उपस्थिती के कारण पैदा हुई अराजकता

राज्य में तेजी से फ़ैल रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए राज्य के प्रमुख जिलों में रात्रि कर्फ्यू जैसी कई प्रतिबंधों के लागु कर दिया गया है। इसी के साथ साथ राज्य में प्रवेश करने वाले सभी यात्रियों को अपना कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट दिखाना आवश्यक है। साथ ही यह रिपोर्ट यात्रा के 72 घंटो से अधिक पुराना होने पर मान्य नहीं होगा। ऐसे में राज्य में प्रवेश करने वाले या राज्य से बाहर जाने वाले प्रत्येक पर्यटक के कोरोना के परीक्षण पर जोर दिया जा रहा है। इसमें सड़क यात्रा के साथ साथ हवाई यात्रा करने वाले लोगों का समावेश होता है।
आपको बता दें कि यात्रियों के लिए अनिवार्य आरटी-पीसीआर परीक्षणों के कारण नियम के पहले दिन ही कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा। इस नियम को लेकर राजकोट और सूरत के हवाई अड्डों पर भ्रम की स्थिति पैदा हो गई थी और कुछ यात्रियों ने इस परीक्षण का विरोध किया था। इस आरटी-पीसीआर रिपोर्ट के नियम के चलते सूरत हवाईअड्डे पर दो घंटे तक अराजक दृश्य देखे गए जबकि शारजाह जाने वाली एकमात्र अंतरराष्ट्रीय उड़ान आधी रात के आसपास उड़ी सकी।
इस बारे में हवाई अड्डे के अधिकारियों ने बताया कि ये सब एअरपोर्ट पर जगह की कमी और अनिवार्य परीक्षण के कारण हुआ। एअरपोर्ट पर एसएमसी के केवल दो कर्मचारी यात्रियों का परीक्षण कर रहे थे, जिससे एक लंबी कतार लग गई। जबकि कुछ यात्रियों ने इस बात का विरोध किया कि जहाँ दुबई हवाई अड्डे पर नि: शुल्क परीक्षण किया तो यहाँ इसके लिए 800 रुपये का शुल्क क्यों लिया जा रहा है?
सूरत के अलावा राजकोट हवाई अड्डे पर भी परिस्थिति चिंताजनक रही। वहां दिल्ली से आए 20 यात्रियों ने फीस देकर आरटी-पीसीआर टेस्ट लेने से इनकार कर दिया। नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ ललित वाजा ने उनके लिए मुफ्त टेस्टिंग की व्यवस्था की। साथ ही  रेलवे और हवाई अड्डे के अधिकारियों को स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी कीमत पर किसी भी यात्री को शहर में बिना आरटी-पीसीआर परिक्षण के प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी।
अहमदाबाद में हालत रहे बेहतर
जहाँ एक ओर सूरत और राजकोट के हालत बद्दतर दिखाई दिए वहीं अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर स्थिति अपेक्षाकृत बेहतर थी। अहमदाबाद में अधिकांश यात्रियों के पास जरुरी आरटी-पीसीआर रिपोर्ट थी। हालंकि कुछ यात्रियों ने परीक्षण करने में अनिच्छा दिखाई। लेकिन बातचीत के बाद आश्वस्त होते हुए वो परीक्षण के लिए तैयार हो गए और फिर जिन यात्रियों के पास रिपोर्ट थी उन्हें हवाई अड्डे को छोड़ने के लिए अनुमति दी गई।