जामनगर : कारोबार में हुआ नुकसान तो बेटा घर छोड़ गया, विरह में पिता ने जीवनलीला समेटी

धंधे में हुआ बड़ा नुकसान तो बेटा घर छोड़ के निकला, कई दिनों तक ढूँढने के बाद भी नहीं मिला कोई सुराग

जामनगर के रनजीत सागर रोड पर रहने वाले और लोहे एवं सीमेंट का कारोबार करने वाले एक व्यापारी ने जहरीली दावा पीकर आत्महत्या कर लेने का मामला सामना आया है। व्यापारी का पुत्र धंधे में नुकसान होने के कारण घर छोड़ कर चला गया था, जिसके चलते उसके वियोग में पिता ने यह अंतिम कदम उठाया था। 
पीपरटोडा गाँव से मिली लाश
विस्तृत जानकारी के अनुसार, जामनगर के रनजीत सागर रोड पर रहने वाले और लोहे और सीमेंट का कारोबार करने वाले 58 वर्षीय व्यापारी मनसुख भाई की लाश लालपुर तहसील के पीपरटोडा गाँव में मिला आई थी। पुलिस को घटना की जानकारी मिलते ही लालपुर पुलिस स्टेशन के पुलिस कांस्टेबल टी. बी. जाडेजा घटनास्थल पर पहुँच गए थे और मृतदेह का पोस्ट्मॉर्टेम करने के लिए भेजा था। 
मृतक के भाई का लिया गया बयान, हुआ था साढ़े तीन से चार करोड़ का नुकसान
इसके बाद पुलिस को पता चला की मनसुख भाई ने जहरीली दवा पीकर आत्महत्या की थी। मृतक के भाई छगनभाई नारिया का बयान लेकर पुलिस ने जांच शुरू की थी। पुलिस की प्रारंभिक जांच के अनुसार, मनसुख और उसके पुत्र अंकित ने जामनगर में साधवी एंटरप्राइज़ नाम की लोहे और सीमेंट की दुकान खरीदी थी। पुत्र दुकान सँभालता था और पिता उसमें पुत्र की सहायता करते थे। हालांकि दोनों को इस धंधे में साढ़े तीन से चार करोड़ का नुकसान हो गया था। जिसके कारण उनका पुत्र आज से 15 दिन पहले ही घर छोड़ कर चला गया था। 
पुत्र के घर छोड़ कर चले जाने के बाद परिवार के सदस्यों द्वारा सिटी ए डिवीजन में उसके लापता होने की शिकायत लिखवाई गई थी। पर कई दिनों तक ढूँढने के बाद भी अंकित के ना मिलने पर मनसुख भाई हताश हो गए थे और घर से निकलकर जहर पी लिया था। 
Tags: