गुजरात : कोरोना काल में प्राथमिक शालाओं में पहली बार होगी परीक्षा, अनुपस्थित छात्रों के लिये ये होगी व्यवस्था

गुजरात : कोरोना काल में प्राथमिक शालाओं में पहली बार होगी परीक्षा, अनुपस्थित छात्रों के लिये ये होगी व्यवस्था

अनुपस्थित रहने वाले छात्रों के लिए की जाएगी अलग व्यवस्था, ग्राम्य विस्तारों में 70 प्रतिशत तक हुई उपस्थिती

कोरोना के आपातकाल के दौरे में राज्य में लंबे समय से बंद प्राथमिक विद्यालय शुरू हो चुके है और अब अगले सोमवार से कक्षा छह से आठ तक के छात्रों की सेमेस्टर परीक्षा लेने के लिए तैयारी की जा रही है। कोरोना काल में पहली बार प्राथमिक विद्यालयों में छात्रों की पारंपरिक परीक्षा आयोजित की जा रही है।
स्कूल खुलने के बाद पहली बार होगी पारंपरिक परीक्षा
आपको बता दें कि प्राथमिक विद्यालयों में कक्षा 6 से 8 में पारंपरिक शिक्षा की शुरुआत के बाद से राजकोट जिले में छात्रों की संख्या लगातार बढ़ रही है और ग्रामीण स्कूलों में भी छात्रों की उपस्थिति लगभग 65 से 70 प्रतिशत है।  राजकोट जिले के लगभग 300 स्कूलों में शिक्षा का काम शुरू हो गया है। फिलहाल प्रशासन द्वारा अभी तक किसी भी स्कूल में कोरोना के एक भी संक्रमण की रिपोर्ट नहीं मिली है। ऑन-लाइन और ऑफ-लाइन अध्ययन चल रहे हैं या नहीं, इसका मूल्यांकन करने के उद्देश्य से एक नैदानिक परीक्षण किया जाएगा।
परीक्षा में उपस्थित नहीं रह पाने वाले छात्रों के लिए की गई यह व्यवस्था
राजकोट जिला प्राथमिक शिक्षा अधिकारी के अनुसार, 15 मार्च से 2 मार्च तक पहले सेमेस्टर की परीक्षाएं ली जाएंगी। सभी सरकारी और निजी स्कूलों में यह परीक्षा आयोजित की जाएगी। इसके लिए तैयारी चल रही है। ऐसे में जो छात्र परीक्षा में उपस्थित नहीं हो पाएंगे, उन्हें घर पर प्रश्न पत्र और उत्तर पुस्तिका प्रदान किए जाएंगे। कक्षा 3 और 4 के छात्रों को पेपर में जबकि 5 से 8 वालों को उत्तरपुस्तिका में उत्तर लिखना रहेगा।
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