जूनागढ़ में लुटेरी दुल्हन, शादी के सप्ताह भर बाद ही ससुराल में हाथ साफ के फरार

शादी के लिए दिये थे 2.5 लाख रुपए, श्राद्ध प्रसंग का बहाना बनाकर दुल्हन हुई गायब

जूनागढ़ तहसील में रहने वाले आंबलिया गांव के युवक को लुटेरी दुल्हन ने धोखा दिया था। शादी करने के लिए 2.5 लाख देने के बाद सतीश ने लड़की को लगभग पौने तीन लाख के गहने भी दिये थे। लेकिन शादी के 8 दिन बाद पत्नी अपनी माता के साथ श्राद्ध में जाने के बहाने मायके गई और दोबारा नहीं लौटी। ठगे गए दूल्हे ने अपनी पत्नी सहित पाँच जनों के खिलाफ पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई है। 

पडोसी ने करवाया था संपर्क

मिली जानकारी के अनुसार जूनागढ़ तहसील के आंबलिया गांव में रहने वाले सतीश पाटोडिया का कुछ महीनों पहले उनके गांव के ही रहने वाले नूर मोहम्मद सुमरा ने शादी करने के लिए उनका संपर्क करने को कहा था। सतीश ने जब नूर से शादी करने की इच्छा बताई तो उन्होंने सतीश को जूनागढ़ के जोशीपुरा में रहने वाले भरत भाई मेहता से संपर्क करवाया था। वहां पर भरत मेहता ने कहा कि लड़की वालों को ढाई लाख रुपए देना पड़ेगा। भरत मेहता की इस बात पर सतीश ने हां कह दिया। इसके बाद भरत मेहता ने सतीश को एक लड़की दिखाई हालांकि उसे वह लड़की पसंद नहीं आई। इसके बाद मेहता ने उसे दूसरी लड़की दिखाई जो उसे पसंद आई थी। शर्त के मुताबिक सतीश को लड़की के घर वालों को ढाई लाख रुपए देने थे। इसके लिए वह तैयार भी हो गया। 

आर्य समाज के अनुसार की शादी

लड़की पसंद आने के बाद दोनों की जल विधि कराई गई। वहां पर सतीष ने लड़की के घरवालों को 50,000 चुकाए। यह विधी होने के बाद लडकी के घर वाले सतीष के घर आए थे। इस दौरान सतीश जब लड़की को जूनागढ़ छोड़ने गया तब भी उसको 7000 रूपए का फोन दिलाया था। 27 अगस्त 2020 को आर्य समाज के अनुसार शादी की थी। 

पौने दो लाख रूपए की ज्वेलरी दी

सतीश पटोडिया ने अहमदाबाद की भगवती माधव लाल तिवारी की को अपनी पत्नी मानते हुए पौने दो लाख रूपए की ज्वेलरी भी दी थी। शादी के 8 दिन बाद ही भगवती को श्राद्ध प्रसंग में ले जाने के लिए उसकी मां आई थी और उसके बाद दोनो गायब हो गई। सतीश ने अपनी पत्नी को ढूंढने का बहुत प्रयास किया लेकिन वह नहीं मिली। अंत में सतीश ने पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई है।
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