सूरत : बार-बार फूट रही मेन पानी की लाइन, मेयर ने सीटको को पुलिस कार्रवाई की चेतावनी दी

पियर निर्माण के लिए की जा रही खुदाई के दौरान अब तक नगर निगम की पानी की लाइन 7 बार और ड्रेनेज लाइन 1 बार क्षतिग्रस्त हो चुकी

सूरत : बार-बार फूट रही मेन पानी की लाइन, मेयर ने सीटको को पुलिस कार्रवाई की चेतावनी दी

सूरत। सहारा दरवाजा फालसावाड़ी क्षेत्र में एमएमटीएच प्रोजेक्ट अंतर्गत वराछा से आने वाली मेन पानी की पाइपलाइन के बार-बार खराब होने से शहरवासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

एक ही स्थान पर लगातार दूसरी बार पाइपलाइन टूटने के कारण नगर निगम को बार-बार मरम्मत कार्य करना पड़ा। शनिवार को लंबे समय तक चले लीकेज के चलते शहर के कई इलाके प्रभावित रहे।

इस गंभीर स्थिति को देखते हुए बुधवार को मेयर, नगर निगम कमिश्नर और सूरत म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में एक अहम बैठक आयोजित की गई। बैठक में स्पष्ट किया गया कि यदि एमएमटीएच प्रोजेक्ट के तहत सीटको द्वारा चल रहे कार्य के दौरान नगर निगम की पानी की लाइन को नुकसान पहुंचता है, तो सीधे पुलिस में शिकायत दर्ज कराई जाएगी।

इससे पहले नगर निगम की जनरल मीटिंग में पानी समिति के चेयरमैन हिमांशु राउलजी ने भी यह मुद्दा उठाया था। फालसावाड़ी के पास कम समय में चार बार मेन पानी की लाइन टूटने से नागरिकों को गंभीर दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

कुछ दिन पहले हुई बड़ी खराबी के चलते 36 घंटे तक रिपेयरिंग कार्य चला, जिसके कारण सेंट्रल ज़ोन, वराछा ज़ोन, उधना ज़ोन और अठवा ज़ोन में पानी की कटौती करनी पड़ी। अचानक की गई इस कटौती से आम नागरिकों की स्थिति बेहद खराब हो गई थी।

नगर निगम अधिकारियों का कहना है कि  सीटको कंपनी को अंडरग्राउंड यूटिलिटी का पूरा मैप उपलब्ध कराने के बावजूद लापरवाही बरती जा रही है। खुदाई के दौरान जहां हाई टेंशन लाइन जैसी सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जाता है, वहीं पानी की पाइपलाइनों को बार-बार नुकसान पहुंच रहा है।

इसके चलते नगर निगम को अन्य कार्य रोककर तत्काल मरम्मत के लिए विशेष टीम बनानी पड़ती है। हालांकि एजेंसी से एडमिनिस्ट्रेटिव चार्ज वसूला जाता है, लेकिन तब तक नागरिक पानी से वंचित रहते हैं।

इसी को लेकर मेयर, स्टैंडिंग कमेटी चेयरमैन, नगर निगम कमिश्नर, सीटको के सीईओ तुषार मिश्रा, सीटको की पीएमसी टीम और नगर निगम के हाइड्रोलिक विभाग के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। बैठक के दौरान मेयर ने सीटको अधिकारियों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि भविष्य में ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और जरूरत पड़ी तो पुलिस में शिकायत दर्ज कराई जाएगी।

सीटको और नगर निगम के बीच कोऑर्डिनेशन कमेटी गठित

बैठक के बाद निर्णय लिया गया कि सीटको और नगर निगम के बीच एक कोऑर्डिनेशन कमेटी बनाई जाएगी। अब जब भी सीटको खुदाई का कार्य करेगा, तो पीएमसी टीम के साथ नगर निगम के प्रतिनिधि भी मौके पर मौजूद रहेंगे।

इसके अलावा, बेहतर समन्वय के लिए एक वोट्सअप ग्रुप बनाया गया है, और पीएमसी टीम के एक अधिकारी को नोडल ऑफिसर नियुक्त किया गया है, जो नगर निगम को सभी कार्यों की जानकारी देगा।

एमएमटीएच प्रोजेक्ट के चलते अब तक 8 बार नुकसान

 हुआ है। एमएमटीएच प्रोजेक्ट का कार्य सीटको द्वारा किया जा रहा है। पियर निर्माण के लिए की जा रही खुदाई के दौरान अब तक नगर निगम की पानी की लाइन 7 बार और ड्रेनेज लाइन 1 बार क्षतिग्रस्त हो चुकी है।

सीटको का कार्य मुख्य रूप से सेंट्रल ज़ोन और कटारगाम ज़ोन में चल रहा है, जहां मेन पानी की लाइन को नुकसान पहुंचने से शहर के बड़े हिस्से में जल आपूर्ति प्रभावित हो रही है।

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