वडोदरा : सावली में नेचुरल खेती पर मेगा ट्रेनिंग प्रोग्राम, 1000 से अधिक किसानों की उत्साहपूर्ण भागीदारी
नेशनल मिशन ऑफ नेचुरल फार्मिंग के तहत गुजरात नेचुरल एग्रीकल्चर डेवलपमेंट बोर्ड की पहल
गुजरात नेचुरल एग्रीकल्चर डेवलपमेंट बोर्ड द्वारा नेशनल मिशन ऑफ नेचुरल फार्मिंग (NMNF) के अंतर्गत वडोदरा जिले के सावली तालुका में नेचुरल खेती को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक बड़े प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम भीमनाथ महादेव मंदिर परिसर में संपन्न हुआ, जिसमें सावली और डेसर तालुका के 1000 से अधिक किसानों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
कार्यक्रम में आनंद एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञ वैज्ञानिकों ने किसानों को नेचुरल खेती की अवधारणा, उसके लाभ और व्यवहारिक तरीकों पर विस्तृत मार्गदर्शन दिया। प्रशिक्षण के दौरान नेचुरल खेती के पाँच प्रमुख पहलुओं, भौतिकतावादी युग में प्रकृति और मिट्टी के महत्व तथा सतत और पर्यावरण-अनुकूल कृषि पद्धतियों की विस्तार से जानकारी दी गई।
विशेष रूप से भारत में गाय को माता के रूप में पूजने की परंपरा और नेचुरल खेती में गाय की भूमिका को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से समझाया गया। इसके साथ ही सावली तालुका के प्रगतिशील किसान कश्यपभाई ने अपने खेत में अपनाई गई नेचुरल खेती की तकनीकों और उनसे प्राप्त सकारात्मक परिणामों को साझा किया, जिससे उपस्थित किसानों को नई प्रेरणा मिली।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में गुजरात नेचुरल एग्रीकल्चर डेवलपमेंट बोर्ड तथा आत्मा (ATMA) प्रोजेक्ट के अधिकारी भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य किसानों में नेचुरल खेती के प्रति जागरूकता बढ़ाना, रासायनिक खेती पर निर्भरता कम करना और प्रकृति के अनुकूल, टिकाऊ कृषि पद्धतियों को अपनाने के लिए उन्हें प्रोत्साहित करना रहा।
