सूरत : चैंबर ऑफ कॉमर्स में स्मार्ट इन्वेस्टमेंट पर सेशन आयोजित
एक्सपर्ट्स ने अनलिस्टेड शेयरों में निवेश, लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन पर टैक्स छूट और SEBI कम्प्लायंस पर दिया मार्गदर्शन
सूरत। सदर्न गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने समृद्धि, नानपुरा में “स्मार्ट इन्वेस्टमेंट और मॉडर्न इन्वेस्टर्स के लिए कम्प्लायंस स्ट्रैटेजी” विषय पर एक विशेष गाइडेंस सेशन का आयोजन किया।
इस कार्यक्रम में स्टॉक मार्केट विशेषज्ञों ने अनलिस्टेड शेयरों में निवेश के अवसरों, SEBI नियमों, कम्प्लायंस और इनकम टैक्स प्रावधानों के असर पर विस्तृत जानकारी दी।
चैंबर के ऑनरेरी ट्रेजरर CA मितेश मोदी ने स्वागत भाषण में कहा कि चैंबर पिछले पाँच महीनों में 250 से अधिक कार्यक्रम आयोजित कर चुका है। उन्होंने कहा कि “इन्वेस्ट करना ही काफी नहीं है, बल्कि स्मार्ट इन्वेस्टमेंट और कानूनी कम्प्लायंस को समझना आज के समय की आवश्यकता है।”
कार्यक्रम में CA रशेष शाह ने इनकम टैक्स एक्ट के स्टॉक मार्केट निवेश पर प्रभाव, LTCG–STCG के प्रावधान और बिज़नेस इनकम बनाम कैपिटल गेन के महत्वपूर्ण पहलुओं को समझाया।
उन्होंने PMS, F&O ट्रेडिंग, डेरिवेटिव एक्टिविटी और डेट म्यूचुअल फंड पर टैक्स के नियमों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने सेक्शन 54F के तहत लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन पर टैक्स छूट पाने की प्रक्रिया भी बताई।
CA मिलन शाह ने अनलिस्टेड स्टॉक्स के अवसरों और जोखिमों पर चर्चा करते हुए बताया कि अनलिस्टेड स्टॉक्स— जैसे स्टार्टअप्स, प्री-IPO कंपनियां, ESOPs और प्राइवेट लिमिटेड कंपनियां—लंबी अवधि में उच्च रिटर्न दे सकती हैं।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि “जिन निवेशकों ने ज़ोमैटो के अनलिस्टेड शेयर लिए थे, उनका निवेश कुछ ही महीनों में दोगुना हो गया।” हालांकि उन्होंने चेतावनी भी दी कि अनलिस्टेड स्टॉक्स में निवेश से पहले वैल्यूएशन और एग्जिट स्ट्रैटेजी को समझना बेहद आवश्यक है।
SEBI कम्प्लायंस पर बोलते हुए CA सौरभ शाह ने निवेशक सुरक्षा, रेग्युलेटरी नियमों, मार्जिन स्टेटमेंट की वेरिफिकेशन प्रक्रिया, रिकॉर्ड मेंटेनेंस और शिकायत निवारण तंत्र की विस्तार से जानकारी दी।
चैंबर के ग्रुप चेयरमैन कमलेश गजेरा ने कार्यक्रम की पृष्ठभूमि प्रस्तुत की, जबकि कैपिटल एंड कमोडिटी मार्केट कमेटी के चेयरमैन अयूब याकूब अली ने स्पीकर्स का परिचय कराया।
कमेटी के सदस्य भरत धमेलिया ने पूरे कार्यक्रम को मॉडरेट किया और उपस्थित इंडस्ट्रियलिस्ट, प्रोफेशनल्स व इन्वेस्टर्स को धन्यवाद दिया।
कार्यक्रम के अंत में एक्सपर्ट्स ने प्रतिभागियों के सवालों के संतोषजनक उत्तर दिए।
