ऑस्ट्रेलिया सीरीज से पता चलेगा कि रोहित और कोहली 2027 विश्व कप तक खेल सकते हैं या नहीं: पोंटिंग
दुबई, 21 अक्टूबर (भाषा) आस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग का मानना है कि विराट कोहली और रोहित शर्मा का ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मौजूदा वनडे श्रृंखला में प्रदर्शन यह निर्धारित करेगा कि यह स्टार भारतीय जोड़ी 2027 विश्व कप तक खेल सकती है या नहीं।
अब केवल वनडे प्रारूप में खेलने वाले कोहली और रोहित मार्च के बाद जब अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने के लिए उतरे तो उनकी शुरुआत अच्छी नहीं रही और वे पर्थ की उछाल भरी पिच पर ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाजों के सामने ज़्यादा देर तक नहीं टिक पाए। भारत यह मैच सात विकेट से हार गया था।
तीन मैचों की श्रृंखला का दूसरा एकदिवसीय मैच गुरुवार को एडिलेड में होगा, जहां की परिस्थितियां पर्थ की तुलना में भारतीय बल्लेबाजों के लिए अधिक अनुकूल होंगी।
पोंटिंग ने पूर्व भारतीय मुख्य कोच रवि शास्त्री के साथ ‘आईसीसी रिव्यू’ पर बात करते हुए कहा कि इस दिग्गज जोड़ी को केवल 2027 वनडे विश्व कप के बारे में सोचने के बजाय अपने लिए अल्पकालिक लक्ष्य निर्धारित करने चाहिए।
पोंटिंग ने कहा, ‘‘एक बात जो मुझे किसी से सुनना पसंद नहीं है, वह यह है कि ‘मैंने खेल में सब कुछ हासिल कर लिया है’, क्योंकि मुझे लगता है कि आपके पास अब भी कुछ अल्पकालिक लक्ष्य होने चाहिए। आपको केवल 2027 में होने वाले वनडे विश्व कप के बारे में नहीं सोचना चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘विराट शुरू से ही एक बेहद प्रेरणादायी इंसान रहे हैं और मुझे लगता है कि उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मौजूदा श्रृंखला के लिए कुछ लक्ष्य तय कर लिए होंगे। वह अगले विश्व कप के बारे में सोच कर अपना समय बर्बाद नहीं कर रहे होंगे। यह देखना होगा कि क्या वे विश्व कप तक अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन जारी रख पाएंगे। जैसा कि रवि ने कहा, हमें इस श्रृंखला के दौरान इसका जवाब मिल जाएगा।’’
पहले वनडे में रोहित और कोहली का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा लेकिन शास्त्री का मानना है कि सीमित ओवरों के इन दो महान खिलाड़ियों को अधिक समय दिया जाना चाहिए क्योंकि आईपीएल के बाद प्रतिस्पर्धी क्रिकेट से दूर रहने के बाद उन्हें लय हासिल करने में समय लगेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘जब आप लंबे समय के बाद वापसी करते हैं तो ज़ाहिर है कि आप लय में नहीं होंगे। किसी भी विदेशी टीम के लिए पर्थ में मैच से दो दिन पहले ऑस्ट्रेलिया पहुंचना और वहां की परिस्थितियों से तुरंत सामंजस्य बिठाना आसान नहीं होता, खासकर तब जब आपको अतिरिक्त उछाल मिल रहा हो और आपके सामने अच्छे तेज़ गेंदबाज़ हों।’’
शास्त्री ने कहा,‘‘लेकिन मुझे लगता है कि केवल समय ही बताएगा। मैं किसी नतीजे पर पहुंचने के लिए जल्दबाजी नहीं कर रहा हूं। यह इस बात से जुड़ा है कि आप खेल का कितना आनंद ले रहे हैं और आपके अंदर खेल खेलने की कितनी भूख और जुनून बचा है। यह दोनों कुशल खिलाड़ी हैं। उनके पास अनुभव है। उन्हें समय दिया जाना चाहिए।’’