प्रधानमंत्री के नए वार्षिक विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी सम्मेलन का उद्घाटन करने की संभावना
नयी दिल्ली, 25 अगस्त (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा नवंबर में उभरते विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवाचार पर केंद्रित सम्मेलन के पहले संस्करण का उद्घाटन किए जाने की संभावना है। इस सम्मेलन को इस क्षेत्र का प्रमुख आयोजन माना जा रहा है, जिसमें विज्ञान जगत के नोबेल पुरस्कार विजेता, नवप्रवर्तक और नीति निर्माता एकत्र होंगे।
यह सम्मेलन तीन से पांच नवंबर तक भारत मंडपम में आयोजित होगा। यह विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी क्षेत्र में नवीनतम नवाचारों और रुझानों को प्रदर्शित करने वाला एक वार्षिक आयोजन होगा जो भारतीय विज्ञान कांग्रेस जैसे आयोजनों को पीछे छोड़ देगा, जबकि भारतीय विज्ञान कांग्रेस का इतिहास 100 से भी अधिक वर्षों का है।
अधिकारियों ने कहा,‘‘यह परिवर्तनकारी मंच अत्याधुनिक अनुसंधान, गहन तकनीकी क्षेत्र की सफलताओं और नोबेल पुरस्कार विजेताओं, वैश्विक विशेषज्ञों, नीति निर्माताओं और उभरते नेतृत्वकर्ताओं के साथ विचारोत्तेजक चर्चाओं को प्रदर्शित करेगा - जिससे वैज्ञानिक नेतृत्व के एक नए युग की शुरुआत होगी।’’
प्रधानमंत्री इस सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे, नोबेल पुरस्कार विजेताओं, गहन तकनीकी जगत के स्टार्ट-अप के युवा सीईओ और विज्ञान जगत के भावी नेतृत्वकर्ताओं के साथ एक गोलमेज सम्मेलन करेंगे। प्रधानमंत्री गहन तकनीकी से जुड़े स्टार्ट-अप की प्रदर्शनी का भी उद्घाटन करेंगे।
तीन दिवसीय सम्मेलन में 11 विषयगत सत्र होंगे जिनमें अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, उन्नत सामग्री और विनिर्माण, डिजिटल संचार, उभरती कृषि प्रौद्योगिकियां, इलेक्ट्रॉनिक्स और अर्धचालक विनिर्माण शामिल है।
सम्मेलन के प्रत्येक दिन नोबेल पुरस्कार विजेताओं या वैश्विक ख्याति प्राप्त व्यक्तियों द्वारा दो पूर्ण सत्र को संबोधित किया जाएगा।
विषयगत सत्रों में क्वांटम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, जैव-विनिर्माण, ऊर्जा, पर्यावरण एवं जलवायु, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, नीली अर्थव्यवस्था और स्वास्थ्य एवं चिकित्सा प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों को शामिल किया जाएगा।
इस सम्मेलन का आयोजन विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार कार्यालय और विभिन्न सरकारी विभागों द्वारा किया जाएगा।
सरकार ने भारतीय विज्ञान कांग्रेस संघ को समर्थन देना बंद कर दिया है,जो 100 से अधिक वर्षों से भारतीय विज्ञान कांग्रेस का आयोजन करता आ रहा है।