सूरत : रक्षाबंधन पर ब्रह्माकुमारी सेवा केंद्र में होमगार्ड्स को मिला ‘रक्षाकवच’
राजयोगिनी ब्र. कु. तृप्तिदीदी ने 150 से अधिक जवानों को शांति, सत्य और दुआ के संदेश के साथ बांधा पवित्र रक्षा सूत्र
रक्षाबंधन के पावन अवसर पर ब्रह्माकुमारीज़ वराछा सेवा केंद्र में निःस्वार्थ सेवा करने वाले होमगार्ड जवानों के सम्मान में स्नेहमिलन कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत पवित्र ‘ॐ’कार ध्यान से हुई, जिसमें सभी को प्रभु स्मृति के साथ मन को शांत करने का अभ्यास कराया गया।
ब्र. कु. मनीषाबेन ने सभी का हार्दिक स्वागत किया। इसके पश्चात राजयोगिनी ब्र. कु. तृप्तिबेन ने मंचस्थ अतिथियों को ईश्वरीय स्मृति भेंट की और सूरत जिला कमांडर भ्राता डॉ. प्रफुलभाई शिरोया सहित उपस्थित सभी गणमान्यजनों को सम्मानित किया। दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर सेवा केंद्र की संचालिका ब्र. कु. तृप्तिबेन, डॉ. प्रफुलभाई शिरोया, भ्राता प्रणवभाई ठाकोर, भ्राता मेहुलभाई मोदी, भ्राता डॉ. जिग्नेशभाई पटेल, भ्राता जिग्नेशसिंह ठाकुर, भ्राता विजयभाई राठौड़, भ्राता दिनेशभाई जोगणी सहित कई अतिथि उपस्थित रहे।
अपने संबोधन में ब्र. कु. तृप्तिदीदी ने कहा कि रक्षाबंधन हमें चार रक्षाकवच धारण करने की प्रेरणा देता है— (1) सत्यता, (2) सात्विकता, (3) शांति, और (4) दुआ — और इनका आधार केवल राजयोग मेडिटेशन है। उन्होंने सभी को राजयोग का अनुभव कराया और महामंत्र दिया — “मैं आत्मा शांत स्वरूप हूँ।”
सूरत जिला कमांडर भ्राता डॉ. प्रफुलभाई शिरोया ने होमगार्ड्स की निःस्वार्थ सेवा की सराहना करते हुए राजयोग शिविर आयोजित करने का प्रस्ताव रखा। कार्यक्रम में 150 से अधिक होमगार्ड जवानों ने भाग लिया। अंत में सभी को परमात्मा का पवित्र रक्षा सूत्र बांधा गया और प्रसाद वितरित किया गया। कार्यक्रम का संचालन ब्र. कु. कविता बेन ने किया और ब्र. कु. कृपाली बेन ने आभार व्यक्त किया।