सूरत : इंटेलीस्मार्ट को मिला DGVCL का 24 लाख स्मार्ट मीटर प्रोजेक्ट, गुजरात में ऑर्डर बुक 70 लाख पार
आरडीएसएस योजना के तहत भरूच, वापी, नवसारी सहित जिलों में होगा स्मार्ट मीटरों का डिज़ाइन-बिल्ड-ऑपरेट ट्रांसफर मॉडल पर कार्यान्वयन
भारत की अग्रणी डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी इंटेलीस्मार्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर को साउथ गुजरात विज कंपनी लिमिटेड (DGVCL) की दूसरी चरण की परियोजना के लिए 24 लाख स्मार्ट मीटर स्थापित करने हेतु आरईसी पावर डेवलपमेंट एंड कंसल्टेंसी लिमिटेड (RECPDCL) से LoA (लेटर ऑफ अवॉर्ड) प्राप्त हुआ है।
इस नई उपलब्धि के साथ, इंटेलीस्मार्ट की गुजरात में कुल स्मार्ट मीटर ऑर्डर बुक 70 लाख यूनिट से अधिक हो चुकी है। कंपनी पहले से ही DGVCL की पहली चरण की परियोजना के अंतर्गत 17 लाख से अधिक स्मार्ट मीटरों की स्थापना कर रही है।
इस प्रगति पर टिप्पणी करते हुए इंटेलीस्मार्ट के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ अनिल रावल ने कहा, “यह जीत हमारी डिजिटलीकरण परियोजनाओं को बड़े स्तर पर निष्पादित करने की क्षमता को दर्शाती है। स्मार्ट मीटरिंग तकनीक गुजरात की बिजली वितरण प्रणाली को और अधिक सक्षम, भरोसेमंद और भविष्यगामी बना रही है, जिससे बड़े पैमाने पर अक्षय ऊर्जा को एकीकृत करने का मार्ग प्रशस्त हो रहा है।”
यह परियोजना भरूच, अंकलेश्वर, वलसाड, वापी, नवसारी और अन्य जिलों में पुनर्गठित वितरण क्षेत्र योजना (RDS-S) के अंतर्गत DBFOOT (डिज़ाइन, निर्माण, वित्त, स्वामित्व, संचालन और अंत में हस्तांतरण) मॉडल के तहत क्रियान्वित की जाएगी।
राष्ट्रीय स्तर पर आरडीएसएस योजना के तहत भारत सरकार का लक्ष्य वर्ष 2028 तक 25 करोड़ स्मार्ट मीटर स्थापित करने का है। इंटेलीस्मार्ट इस लक्ष्य की दिशा में अग्रणी भूमिका निभाते हुए दुनिया के सबसे बड़े बिजली क्षेत्र डिजिटलीकरण कार्यक्रम में मुख्य योगदान दे रही है। इसका उद्देश्य डिस्कॉम (बिजली वितरण कंपनियों) के प्रदर्शन में सुधार और संपूर्ण विद्युत वितरण तंत्र के विकास को मजबूती प्रदान करना है।