सूरत की नवी सिविल अस्पताल में मनाया गया ओआरएस और स्तनपान सप्ताह
नर्सिंग छात्रों की पोस्टर प्रदर्शनी का आयोजन, श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वालों को मिला सम्मान
सूरत। शिशु मृत्यु दर को कम करने और नवजात स्वास्थ्य को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से, सूरत की नवी सिविल अस्पताल में ओआरएस (ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन) और विश्व स्तनपान सप्ताह का आयोजन किया गया।
इस दौरान अस्पताल के किडनी भवन में नर्सिंग छात्रों द्वारा बनाई गई पोस्टरों की प्रदर्शनी का उद्घाटन किया गया। इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े कई प्रमुख विशेषज्ञ और अधिकारी उपस्थित रहे।
इस जागरूकता अभियान का आयोजन बाल रोग विभाग, भारतीय बाल रोग संघ, और छात्र नर्स संघ के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। सप्ताह भर चले कार्यक्रम के दौरान ओआरएस और स्तनपान के महत्व को उजागर करने वाले पोस्टरों की प्रतियोगिता भी रखी गई, जिसमें सर्वश्रेष्ठ पोस्टरों को पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम की प्रमुख वक्ता शासकीय नर्सिंग कॉलेज की प्राचार्य डॉ. इंद्रावती राव ने कहा,ओआरएस और माँ का दूध नवजात शिशुओं के लिए अमृत समान है। दस्त और उल्टी की स्थिति में नवजात के शरीर में पानी और खनिजों की भारी कमी हो सकती है, जिससे डिहाइड्रेशन और मृत्यु की आशंका रहती है। ऐसे समय में ओआरएस जीवनरक्षक साबित होता है।
पूर्व शिशु रोग विभागाध्यक्ष डॉ. विजय शाह ने बताया किओआरएस न केवल कमजोरी और निर्जलीकरण को रोकता है, बल्कि यह एक सुरक्षित और प्रभावी घरेलू समाधान भी है। इस तरह के जन-जागरूकता अभियानों से माताएँ और समाज दोनों स्वस्थ बन सकते हैं।”
पूर्व शिशु रोग विभागाध्यक्ष डॉ. विजय शाह ने बताया कि शरीर में कमजोरी और पानी की कमी होने पर ओआरएस एक सुरक्षित विकल्प बन जाता है। उन्होंने जोर दिया कि जन-जागरूकता अभियानों के माध्यम से यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है कि बच्चे और माताएँ स्वस्थ रहें और एक स्वस्थ समाज का निर्माण हो।
नर्सिंग काउंसिल के उपाध्यक्ष इकबाल कड़ीवाला ने निर्जलीकरण के खिलाफ एक सरल घरेलू उपाय बताया: "एक चुटकी नमक, एक मुट्ठी चीनी और एक गिलास पानी व नींबू का रस।" उन्होंने नर्सिंग छात्रों और नर्सिंग स्टाफ को स्वास्थ्य शिक्षा प्रदान करने में डॉक्टरों के साथ एक महत्वपूर्ण कड़ी बताया। उन्होंने कहा कि नर्सें स्वास्थ्य क्षेत्र में कड़ी मेहनत के प्रतीकों में से एक हैं और उत्कृष्ट चिकित्सा उपचार, समकालीन उच्च गुणवत्ता और करुणामय नर्सिंग के माध्यम से समाज के स्वास्थ्य और कल्याण में सकारात्मक सुधार लाने के उद्देश्य से हर परिस्थिति में अपनी सेवा के लिए समर्पित हैं।
पोस्टर प्रदर्शनी का उद्घाटन सरकारी मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. जयेश ब्रह्मभट्ट और डॉ. विजय शाह ने किया। इस अवसर पर मौजूद अन्य प्रमुख अतिथियों में प्रभारी आरएमओ डॉ. भरत पटेल, शिशु रोग विभाग प्रमुख डॉ. योगेश पारीख, वरिष्ठ विशेषज्ञ डॉ. दिगंत शास्त्री, डॉ. फागुन शाह, डॉ. अश्विनी शाह, और डॉ. प्रफुल बंभरोलिया शामिल थे।
पिछले कई वर्षों की तरह इस वर्ष भी इस कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों और माताओं के स्वास्थ्य को बेहतर बनाना और समाज को जागरूक करना रहा। छात्र-छात्राओं के बनाए गए रचनात्मक पोस्टरों के माध्यम से संदेश को सरल और प्रभावी ढंग से आमजन तक पहुँचाया गया।