सूरत : कारगिल विजय दिवस पर परमवीर चक्र विजेता सूबेदार योगेंद्र सिंह यादव का चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा सम्मान,
टाइगर हिल की लड़ाई के वीर योद्धा ने साझा की युद्ध की असल कहानियाँ, बोले — "सैनिक शहीद होने नहीं, दुश्मन को हराने के लिए पैदा होता है"
सूरत। कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष्य में दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने एक प्रेरणास्पद संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया। रंग भवन, जीवन भारती स्कूल, नानपुरा में आयोजित इस कार्यक्रम में परमवीर चक्र विजेता, कारगिल युद्ध के नायक सूबेदार श्री योगेंद्र सिंह यादव मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का उद्देश्य देश के नागरिकों, विशेष रूप से युवाओं को भारतीय सेना के अद्वितीय साहस और त्याग से अवगत कराना था। यादव ने कारगिल युद्ध के अनुभव, सैन्य जीवन की चुनौतियों और देशभक्ति की भावना से भरपूर विचार प्रस्तुत किए।
सूबेदार योगेंद्र सिंह यादव ने अपने संबोधन में कहा, कारगिल युद्ध के दौरान, हम केवल 7 जवान थे और हमारे सामने थे 150 दुश्मन। 13,000 से 18,000 फीट की ऊँचाई और -16 डिग्री तापमान में 5 घंटे तक चले इस युद्ध में मेरे सभी साथी एक-एक कर शहीद हो गए। मैं खुद भी घायल हो गया था—हाथ और पैर में गोली लगी—लेकिन मैंने आवाज नहीं की क्योंकि मुझे नीचे जाकर बाकी सैनिकों को संदेश देना था।"
उन्होंने आगे बताया, "दुश्मनों को लगा मैं मर चुका हूँ, पर मेरी जेब में रखा एक सिक्का मेरी जान बचा गया। मैंने अपनी टूटी भुजा को पीठ से बाँधा और 500 मीटर तक लुढ़कते हुए नीचे गया, जिससे मेरे साथी ऊपर चढ़ सके और हमने टाइगर हिल पर जीत हासिल की।"
यादव ने कहा कि आम नागरिक और सैनिक की मानसिकता में अंतर होता है।जहाँ आम लोग जीत का जश्न मनाते हैं, वहीं सैनिक तुरंत अगले लक्ष्य की ओर बढ़ते हैं। जीवन में 4P—Purpose (उद्देश्य), Passion (जुनून), Performance (प्रदर्शन) और Positivity (सकारात्मकता)—हर व्यक्ति को अनुशासित और समर्पित बनाते हैं। उन्होंने भीष्म पितामह की प्रतिबद्धता का उदाहरण देते हुए दृढ़ संकल्प का महत्व बताया।
कार्यक्रम की शुरुआत में चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष निखिल मद्रासी ने कहा, कारगिल विजय भारत की असाधारण सैन्य शक्ति और साहस का प्रतीक है। हमें उन सैनिकों की बहादुरी कभी नहीं भूलनी चाहिए, जिन्होंने देश की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए।"
इस कार्यक्रम में चैंबर के मानद प्रभारी मंत्रीभावेश टेलर, जीवन भारती मंडल के अध्यक्ष भानुकुमार शाह, SCOPA के अध्यक्ष केतन देसाई, चैंबर के मानद कोषाध्यक्ष सीए मितेश मोदी और चैंबर के पूर्व अध्यक्ष कमलेश याज्ञिक सहित बड़ी संख्या में नागरिक, विद्यार्थी और समाजसेवी उपस्थित थे।
कार्यक्रम का संचालन सीए मितेश मोदी ने किया, मुख्य भाषण भरत शाह ने दिया, और धन्यवाद ज्ञापन मयंक त्रिवेदी ने प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम देशभक्ति, प्रेरणा और गर्व से परिपूर्ण रहा। युवा वर्ग के बीच देश सेवा की भावना को जागृत करने वाले इस आयोजन को सभी ने सराहा और अंत में राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।