सूरत : भारत-वियतनाम व्यापार सहयोग के लिए नई पहल, सितंबर में सूरत से जाएगा उद्योगपतियों का प्रतिनिधिमंडल
वियतनामी दूतावास की अगुवाई में वीडियो कॉन्फ्रेंस आयोजित, द्विपक्षीय व्यापार बढ़ाने पर हुआ मंथन
सूरत। भारत और वियतनाम के बीच द्विपक्षीय व्यापार संबंधों को और मजबूत करने के उद्देश्य से नई दिल्ली स्थित वियतनाम दूतावास ने बुधवार, 25 जून 2025 को देशभर के चैंबर्स ऑफ कॉमर्स के साथ एक अहम वीडियो कॉन्फ्रेंस आयोजित की।
इस कार्यक्रम में दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एसजीसीसीआई) के मानद कोषाध्यक्ष सीए मितेश मोदी, ग्लोबल कनेक्ट के सीईओ परेश भट्ट, फिक्की के निदेशक अपूर्व भटनागर और एपीडा के सचिव डॉ. सुधांशु समेत कई प्रमुख अधिकारी शामिल हुए।
वियतनाम के उद्योग एवं व्यापार मंत्रालय की अंतर्राष्ट्रीय बाजार विकास विभाग की उप महानिदेशक श्रीमती गुयेन थाओ हिएन और दूतावास के वाणिज्य अधिकारी बुई ट्रुंग थोंग ने इस अवसर पर नवंबर 2025 में वियतनाम में आयोजित होने वाले ‘वियतनाम सोर्सिंग एक्सपो’ की जानकारी साझा की। उन्होंने भारतीय उद्योगपतियों और चैंबर प्रतिनिधियों को इस अंतरराष्ट्रीय एक्सपो में भाग लेकर वियतनाम के साथ व्यापारिक अवसरों को तलाशने का आमंत्रण दिया।
दूतावास की ओर से विशेष रूप से कृषि, खाद्य प्रसंस्करण और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया। वियतनामी पक्ष ने दोनों देशों के उद्योगों में पारस्परिक निवेश को प्रोत्साहित करने की भी बात कही।
वीडियो कॉन्फ्रेंस में एसजीसीसीआई की ओर से बताया गया कि दक्षिण गुजरात कृषि और खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में तेजी से उभर रहा है। इसी क्रम में सितंबर 2025 में सूरत से एक प्रतिनिधिमंडल वियतनाम भेजने की योजना तैयार की गई है। यह प्रतिनिधिमंडल संभावित व्यापारिक साझेदारियों की तलाश करेगा और वियतनामी उद्योगों के साथ सीधे संवाद स्थापित करेगा।
सीए मितेश मोदी और परेश भट्ट ने यह भी प्रस्तावित किया कि दक्षिण गुजरात चैंबर और वियतनाम के बीच व्यापारिक सहयोग को औपचारिक रूप देने के लिए एक समझौते (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए जाएं। इस दिशा में चैंबर पूरी तरह से तैयार है।