उत्तराखंड में बड़ा हादसा: सूरत का सोनी परिवार दुर्घटनाग्रस्त, ड्रीमी सोनी की मौत

रुद्रप्रयाग में अलकनंदा नदी में गिरी ट्रैवलर, बस में सवार थे गुजरात, राजस्थान, एमपी और महाराष्ट्र के यात्री; 3 की मौत, 9 लापता

उत्तराखंड में बड़ा हादसा: सूरत का सोनी परिवार दुर्घटनाग्रस्त, ड्रीमी सोनी की मौत

सूरत। गुरुवार 26 जून की सुबह उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में एक दर्दनाक हादसा हो गया, जब एक टेंपो ट्रैवलर अनियंत्रित होकर अलकनंदा नदी में जा गिरी। हादसा धौलथिर-बद्रीनाथ हाईवे पर हुआ। ट्रैवलर में सवार 18 से 20 यात्रियों में से अब तक तीन की मौत हो चुकी है, आठ घायल हैं और नौ लोग लापता बताए जा रहे हैं। मृतकों में सूरत की ड्रीमी सोनी भी शामिल है।

मिली जानकारी के अनुसार, इस टेंपो ट्रैवलर में गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के श्रद्धालु सवार थे, जो धार्मिक स्थलों के दर्शन के लिए यात्रा कर रहे थे। हादसे का शिकार हुए यात्रियों में सूरत के पर्वत पाटिया क्षेत्र स्थित सिलिकॉन पैलेस में रहने वाला सोनी परिवार भी शामिल था।

बस में सवार सोनी परिवार के सदस्यों की पहचान ईश्वर सोनी, भावना सोनी, ड्रीमी सोनी, भव्या सोनी और चेष्टा सोनी के रूप में हुई है। इनमें ड्रीमी सोनी की मौके पर ही मौत हो गई। वह पढ़ाई में होशियार थी और हाल ही में 12वीं साइंस में 89% अंक प्राप्त किए थे। ड्रीमी का सपना आईआईटी में दाखिला लेकर इंजीनियर बनने का था।

ईश्वरभाई सोनी सूरत के प्रसिद्ध "विधाता ज्वैलर्स" के मालिक हैं। वे अपने परिवार के साथ 17 जून को सूरत से निकले थे और उदयपुर होते हुए उत्तराखंड पहुंचे थे। यह यात्रा धार्मिक तीर्थस्थलों के दर्शन के उद्देश्य से की जा रही थी।

परिवार मूल रूप से राजस्थान के उदयपुर जिले के भद्रदा गांव का रहने वाला है, जो पिछले 12 वर्षों से सूरत में निवासरत है। ईश्वरभाई के साथ उनकी पत्नी भावनाबेन, दो बेटियां और एक बेटा हैं। बताया जा रहा है कि भावनाबेन के मायके पक्ष के कुछ सदस्य — उनके साले, साली और भतीजी — भी इस यात्रा पर साथ गए थे।

प्रशासन की ओर से फिलहाल मृतकों और घायलों की आधिकारिक सूची जारी नहीं की गई है। राहत और बचाव कार्य जारी है। घटनास्थल पर एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन की टीमें पहुंच चुकी हैं और लापता लोगों की तलाश की जा रही है।

स्थानीय प्रशासन और सूरत के परिजनों के बीच संपर्क स्थापित किया जा रहा है। हादसे से सोनी परिवार के जानने वालों और सूरतवासियों में शोक की लहर दौड़ गई है।