सूरत : 2 घंटे में 6.5 इंच बारिश से शहर जलमग्न, नगर निगम आयुक्त ने कंट्रोल रूम की कमान संभाली
तेज बारिश से शहर के निचले इलाकों में मची अफरा-तफरी, लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया
सूरत: सोमवार सुबह से हो रही तेज बारिश ने सूरत शहर की प्री मोन्सून व्यवस्थाओं की पोल खोल दी। महज दो घंटे में 6.5 इंच बारिश होने से शहर के निचले इलाकों में पानी भर गया। खाड़ी किनारों के उमरवाड़ा और जवाहर नगर जैसे इलाकों में घरों के अंदर छाती तक पानी घुस गया, जिससे बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों को सुरक्षित बाहर निकालना पड़ा।
इस जलभराव से साफ जाहिर होता है कि सूरत महानगरपालिका द्वारा किए गए मानसून पूर्व कार्य सिर्फ कागजों तक ही सीमित रहे। खाड़ियों की ड्रेजिंग और नालों की सफाई को लेकर किए गए दावे एक बार फिर खोखले साबित हुए हैं। शहर के गरीब मजदूर वर्ग और सामान्य नागरिकों को सबसे अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ा।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए नगर आयुक्त शालिनी अग्रवाल ने खुद उधना मगदल्ला रोड ब्रेड लाईनर सर्कल स्थित इंटिग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (ICCC) पहुंच गए, जहां सीसीटीवी से वे पूरे हालात पर नजर रख रहे हैं। आयुक्त ने आपात स्थिति में सभी संबंधित विभागों को सतर्क रहने और त्वरित राहत कार्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
नगर निगम की टीमें कंट्रोल रूम के माध्यम से स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और लगातार राहत कार्यों में जुटी हैं। फिलहाल शहर के निचले इलाकों में जलनिकासी का प्रयास तेज कर दिया गया है, ताकि लोगों को सामान्य स्थिति में वापस लाया जा सके।
मौसम कि पहली तेज बारिश ने जहां प्रशासन की तैयारियों पर सवाल खड़े किए हैं, वहीं आम लोगों की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। अब देखना यह है कि निगम कितनी जल्दी इस आपदा से निपट पाता है।