विश्व के नेता हिंसा मुक्त, प्रेम और आनंदमय विश्व की कल्पना करें

आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने कोलंबिया में संसद को किया संबोधित 

विश्व के नेता हिंसा मुक्त, प्रेम और आनंदमय विश्व की कल्पना करें

बोगोटा, 20 जून (वेब वार्ता)। आध्यात्मिक गुरु गुरुदेव श्री श्री रविशंकर ने कोलंबिया की राजधानी बोगोटा स्थित राष्ट्रीय संसद को संबोधित किया। उन्होंने अपने संबोधन में विश्व के नेताओं से अपील की कि वे हिंसा मुक्त, प्रेमपूर्ण और आनंदमय विश्व की कल्पना करें।

उन्होंने कहा कि यह विचार एक यूटोपिया जैसा लग सकता है, लेकिन हर बड़ा बदलाव एक सपने से ही शुरू होता है। यदि हम यह सपना देखना शुरू करें, तो उसे साकार भी कर सकते हैं।

श्री श्री रविशंकर 10 साल पहले इस शहर में शांति की अपील की थी, जो बाद में एफएआरसी और तत्कालीन कोलंबियाई सरकार के बीच हुए ऐतिहासिक शांति समझौते का आधार बनी। यह समझौता पांच दशकों से चले आ रहे लंबे संघर्ष का अंत था, जिसमें लाखों जानें गई थीं।

इस बार अपने दौरे पर उन्होंने आत्मचिंतन, आध्यात्मिकता और सामाजिक विभाजनों से ऊपर उठकर समग्र विकास की जरुरत पर बल दिया है। उन्होंने राजनीतिक और सामाजिक नेताओं से आग्रह किया कि यदि हम साल में सिर्फ एक सप्ताह के लिए अपनी व्यक्तिगत, पेशेवर और राजनीतिक प्राथमिकताओं को एक ओर रखकर देश के दीर्घकालिक हितों पर विचार करें, तो हम अपने मतभेदों में ही शक्ति देख सकते हैं और असली प्रगति की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं। 

रविशंकर ने लीडरशिप फॉर द ट्रांसफॉर्मेशन ऑफ द वर्ल्ड नामक प्रतिष्ठित सम्मेलन में कहा कि आज मानवता पहले से कहीं ज्यादा अकेलापन महसूस कर रही है। यह दर्शाता है कि कहीं न कहीं हमसे कुछ बड़ा चूक रहा है। हमें एकता और अपनापन की भावना फिर से जगानी होगी, और यही आर्ट ऑफ लिविंग का लक्ष्य है।

श्री श्री रविशंकर 18 से 23 जून तक कोलंबिया में तीन शहरों के दौरे कोलंबिया ब्रीद्स पर हैं। इस दौरान 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर वह बोगोटा के प्रसिद्ध प्लाजा कल्चरल ला सांतामारिया में योग प्रेमियों को संबोधित करेंगे। उनके साथ बोगोटा के मेयर कार्लोस फर्नांडो गैलन भी इस आयोजन में मौजूद रहेंगे। 

इस आयोजन को दुनिया भर के करोड़ों लोग ऑनलाइन माध्यम से देखेंगे। भारत और 180 देशों में आर्ट ऑफ लिविंग संस्था ने मिनिस्ट्री ऑफ आयुष के साथ मिलकर योग दिवस को ऐतिहासिक बनाने की तैयारियां है। भारत में योग के उत्सव के कई प्रमुख आकर्षण देखने को मिल रहे हैं।

इसमें पुणे में एक गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड का प्रयास होगा, जहां हजारों लोग एक साथ एक मिनट तक भुजंगासन करेंगे, जिसका उद्देश्य इस प्रकार की सबसे बड़ी सामूहिक भागीदारी का रिकॉर्ड बनाना है। 

उदयपुर के केंद्रीय जेल में कैदी योग के जरिए तरोताजा करने वाली शांति और स्पष्टता का अनुभव करेंगे, जिसमें आसन, प्राणायाम और ध्यान का समावेश होगा। कोलकाता के दक्षिणेश्वर मंदिर, भारतीय संग्रहालय और बेंगलुरु के टीपू पैलेस में भी उत्साहपूर्ण उत्सव होंगे।

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