सूरत : चैंबर ऑफ कॉमर्स ने 6वें IMC बिजनेस कनेक्ट में किया प्रतिनिधित्व, वैश्विक व्यापार के अवसरों पर हुई चर्चा
भारत सरकार का लक्ष्य: अगले 5 वर्षों में $200 बिलियन का ई-कॉमर्स निर्यात — आर. के. मिश्रा
सूरत : दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एसजीसीसीआईI) के मानद कोषाध्यक्ष सीए मितीश मोदी ने मुंबई में इंडियन मर्चेंट चैंबर ऑफ कॉमर्स (आईएमसी) द्वारा आयोजित 6वें आईएमसी बिजनेस कनेक्ट कार्यक्रम में भाग लिया।
इस सत्र, जिसका शीर्षक “अनलॉकिंग ग्लोबल मार्केट: ट्रेड ऑपर्च्युनिटीज फॉर इंडियन बिजनेस” था। इस अवसर पर उन्होंने मिस्र, आयरलैंड, मैक्सिको, वियतनाम, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और मलेशिया के महावाणिज्यदूतों और प्रतिनिधियों से मुलाकात की।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित विदेश व्यापार के अतिरिक्त महानिदेशक आर. के. मिश्रा ने कहा, “भारत सरकार अगले पांच वर्षों में $200 बिलियन के ई-कॉमर्स निर्यात का लक्ष्य लेकर चल रही है। एमएसएमई क्षेत्र को गुणवत्ता, नवाचार और प्रभावी ब्रांडिंग व पैकेजिंग पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है।”
उन्होंने जर्मनी का उदाहरण देते हुए बताया कि वहां का एमएसएमई सेक्टर जीडीपी में 60% योगदान देता है और 58% रोजगार प्रदान करता है। मिश्रा ने भारतीय उद्यमियों से अंतरराष्ट्रीय व्यापार समझौतों और विदेशी बाजारों की योजनाओं, लाभों व दिशा-निर्देशों की जानकारी लेकर आगे बढ़ने की सलाह दी।
विदेशी प्रतिनिधियों ने देश-दर-देश निवेश अवसरों की जानकारी दी। मिस्र की महावाणिज्य दूत दहिल्ला तवाकोल ने बताया कि भारत और मिस्र के बीच सूक्ष्म व लघु उद्योगों के लिए विशेष समझौता ज्ञापन (एमओयू) हुआ है, जिससे भारतीय निवेशकों को मिस्र में आसानी से व्यवसाय स्थापित करने का मौका मिलेगा।
आयरलैंड की महावाणिज्य दूत अनीता केली ने आईटी, फार्मास्यूटिकल्स, कृषि, शिक्षा और पर्यटन क्षेत्रों में निवेश की संभावनाएं बताईं। मेक्सिको के महावाणिज्यदूत एडोल्फो जेर्सिया एस्ट्राडा ने कहा कि मेक्सिको लैटिन अमेरिका की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक है और वहां औद्योगिक निर्माण, ऑटोमोबाइल, कपड़ा, हेल्थकेयर, आईटी और फूड प्रोसेसिंग में निवेश के व्यापक अवसर हैं।
वियतनाम के महावाणिज्यदूत ले क्वांग बिएन, ऑस्ट्रेलिया की प्रतिनिधि मैरी ओवरिंगटन, कनाडा की एलेन डिसूजा और मलेशिया के शाहरुल्मिजा ज़कारिया ने भी अपने-अपने देशों में मौजूद निवेश अवसरों को रेखांकित किया।
कार्यक्रम के अंत में चैंबर के प्रतिनिधि मितेश मोदी, अतिरिक्त महानिदेशक आर. के. मिश्रा और आईएमसी की अध्यक्ष श्रीमती सुनीता रामनाथकर को दक्षिण गुजरात में चैंबर का दौरा करने और उद्यमियों का मार्गदर्शन करने के लिए आमंत्रित किया गया, जिसे उन्होंने सहर्ष स्वीकार किया।