सूरत : फोस्टा द्वारा फायर मॉकड्रिल का आयोजन, विशेषज्ञ टीम ने सिखाए जीवन रक्षक उपाय और बचाव तकनीकें

सीपीआर, प्राथमिक उपचार और रस्सी तकनीकों का लाइव डेमो बना आकर्षण का केंद्र

सूरत : फोस्टा द्वारा फायर मॉकड्रिल का आयोजन, विशेषज्ञ टीम ने सिखाए जीवन रक्षक उपाय और बचाव तकनीकें

सूरत। टेक्सटाइल हब के रूप में विख्यात सूरत शहर में सोमवार, 9 जून 2025 को मिलेनियम टेक्सटाइल मार्केट में फोस्टा द्वारा एक विशेष फायर मॉकड्रिल का आयोजन किया गया। दोपहर 12 बजे शुरू हुए इस अभ्यास का उद्देश्य आगजनी जैसी आपात स्थितियों से निपटने के लिए व्यापारियों, कर्मचारियों और सुरक्षाकर्मियों को जागरूक और प्रशिक्षित करना था।

फोस्टा अध्यक्ष कैलास हाकिम ने जानकारी देते हुए कहा कि फोस्टा कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम को गांधीनगर से आई विशेषज्ञ टीम ने दो भागों में विभाजित किया। सैद्धांतिक सत्र और व्यावहारिक सत्र, जिसमें कई महत्वपूर्ण पहलुओं पर प्रशिक्षण दिया गया।

 CPR (Cardiopulmonary Resuscitation) प्रशिक्षण रहा मुख्य आकर्षण। सत्र में समझाया गया कि अगर किसी व्यक्ति की सांस या हृदयगति रुक जाए तो CPR से उसकी जान कैसे बचाई जा सकती है। प्रशिक्षकों ने CPR की प्रक्रिया को "Check, Call, Compress, Breath" के चरणों में बांटते हुए डमी मानव पुतलों पर लाइव डेमो दिया।प्रतिभागियों ने हाथों से CPR देने का अभ्यास भी किया।

 प्राथमिक उपचार (First Aid) की जानकारी दी गई। धुएं या गैस से दम घुटने की स्थिति में क्या करें, इसे लेकर विशेष प्रशिक्षण दिया गया। पीड़ित को खुले स्थान पर लाना,  कपड़े ढीले करना,  रिकवरी पोजिशन देना, और आवश्यक हो तो CPR शुरू करना  जैसे जरूरी कदमों को विस्तार से बताया गया।

रस्सी बचाव तकनीक (Rope Rescue Techniques) बताई गई।  ऊंची इमारतों से बचाव के लिए रस्सियों और गांठों का महत्व दर्शाया गया। Square Knot, Bowline Knot, Figure Eight Knot जैसी गांठें कैसे और कब प्रयोग करें, इसकी जानकारी दी गई। घायल व्यक्ति को नीचे उतारने, भारी सामान को हटाने और खतरनाक क्षेत्र से बाहर निकलने के व्यावहारिक तरीके सिखाए गए। प्रतिभागियों को गांठ बांधने का अभ्यास भी कराया गया।

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में टेक्सटाइल व्यापारियों, प्रबंधकों और सुरक्षाकर्मियों की उपस्थिति रही। मॉकड्रिल ने न सिर्फ आग से सुरक्षा की व्यावहारिक जानकारी दी, बल्कि आपातकालीन परिस्थितियों में जीवन रक्षक तकनीकों का उपयोग भी सिखाया। आयोजन को सभी ने अत्यंत उपयोगी और ज्ञानवर्धक बताया।