सूरत : उत्राण रेलवे स्टेशन के लिए 8 जून को 'रेल रोको' आंदोलन की तैयारी, कांग्रेस नेता ने मांगी परमिशन
कल्पेश बारोट का आरोप: रेलवे प्रशासन कुंभकर्ण की नींद में, लाखों लोगों को हो रही परेशानी
सूरत : उत्राण रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को हो रही लगातार परेशानियों और सुविधाओं के अभाव को लेकर अब 'रेल रोको' आंदोलन की तैयारी की जा रही है। कांग्रेस नेता और पूर्व जेडआरयूसीसी सदस्य कल्पेश बारोट ने पश्चिम रेलवे वड़ोदरा डिविजन के एसपी को पत्र लिखकर 8 जून, 2025 को उत्राण रेलवे स्टेशन पर 'रेल रोको' आंदोलन की अनुमति मांगी है।
कल्पेश बारोट ने आरोप लगाया है कि उत्राण रेलवे स्टेशन के यात्रियों की समस्याओं के संबंध में उन्होंने कई बार रेलवे प्रशासन के उच्च अधिकारियों को लिखित और मौखिक रूप से अवगत कराया है, लेकिन प्रशासन के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी। उन्होंने कहा कि इतने अभ्यावेदन देने के बाद भी प्रशासन ने नागरिकों के लिए ट्रेन संबंधी सुविधाओं में कोई उल्लेखनीय वृद्धि नहीं की है और आज भी रेलवे प्रशासन कुंभकर्ण की नींद में सोया हुआ है।
बारोट ने जानकारी देते हुए कहा कि पिछले 15 वर्षों से वह सूरत, उत्राण और उधना के रेल मुद्दों को लेकर रेलवे प्रशासन से लगातार संघर्ष कर रहे हैं और उनके कुछ अभ्यावेदन व मांगों को रेलवे प्रशासन ने स्वीकार भी किया है, जिसका लाभ सूरत शहर के सभी लोगों को मिल रहा है।
उन्होंने ध्यान आकर्षित करते हुए बताया कि उत्राण रेलवे स्टेशन के आसपास मोटा वराछा, कोसाडा गांव, कोसाड आवास, गणेशपुरा, छापराभाठा, अमरोली, वरियाव, वेलंजा, अब्रामा, खट्टर जैसे बड़े क्षेत्र स्थित हैं। इन क्षेत्रों में प्रवासी लोग और विशेष रूप से सौराष्ट्र और उत्तर गुजरात के लगभग 10 से 15 लाख लोग निवास करते हैं।
यह संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। इसलिए, उत्राण रेलवे स्टेशन को तत्काल विकसित किया जाना चाहिए और विभिन्न मेल, एक्सप्रेस, सुपरफास्ट ट्रेनों का यहां ठहराव सुनिश्चित किया जाना चाहिए, जिससे लाखों लोगों को सीधा लाभ मिलेगा। इससे यात्रियों की सुविधा के साथ-साथ रेल मंत्रालय की आय में भी वृद्धि होगी और स्थानीय लोगों को सूरत और उधना स्टेशन जाने की बजाय सीधे उत्राण स्टेशन से ट्रेनों का लाभ मिल सकेगा।
बारोट ने यह भी बताया कि वह इस मामले को जीएम , डीआरएम वड़ोदरा और सांसद लोकसभा सूरत मुकेशभाई दलाल तक भी पहुंचा चुके हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इसी निष्क्रियता के कारण, उन्हें लाखों स्थानीय लोगों के लाभ के लिए 08/06/2025 को उत्राण रेलवे स्टेशन पर रेल रोको आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। उन्होंने प्रशासन से इस आंदोलन के लिए अनुमति प्रदान करने का विनम्र अनुरोध किया है।