सूरत : भीषण गर्मी और बारिश के बीच भी सूरत का नेचर पार्क बना पर्यटकों की पहली पसंद
छुट्टियों में 77,000 से अधिक लोगों ने किया पार्क का दौरा, नगर निगम को हुआ 21 लाख रुपये से अधिक का राजस्व
सूरत। मनोरंजन और पर्यावरणीय शिक्षा का अद्भुत मेल प्रस्तुत करता सूरत नगर निगम का नेचर पार्क इन दिनों गर्मी और बरसात के मौसम के बावजूद भी पर्यटकों के बीच खूब लोकप्रिय हो रहा है। बच्चों की गर्मी की छुट्टियों के दौरान 5 मई से 25 मई के बीच मात्र 20 दिनों में 77,853 पर्यटकों ने इस पार्क का भ्रमण किया, जिससे नगर निगम को 21.26 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ।
सूरत के सरथाणा क्षेत्र में स्थित यह नेचर पार्क — जिसे डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी प्राणी उद्यान के नाम से भी जाना जाता है — सिर्फ सूरतवासियों के लिए नहीं, बल्कि पूरे दक्षिण गुजरात के पर्यटकों के लिए एक पसंदीदा अवकाश स्थल बन चुका है।
पार्क में आने वाले लोगों को 24 प्रजातियों के 128 जानवर, 27 प्रजातियों के 294 पक्षी, और 5 प्रजातियों के 61 सरीसृप देखने को मिलते हैं। यहां का उद्देश्य न केवल मनोरंजन करना है, बल्कि पर्यावरण और वन्य जीवन के प्रति जागरूकता भी बढ़ाना है। यही वजह है कि सूरत से वापी तक के स्कूलों के छात्र भी नियमित रूप से इस पार्क का दौरा करते हैं।
इस वर्ष मई में भीषण गर्मी के साथ ही तेज हवाएं और बारिश का दौर भी जारी है, लेकिन इसके बावजूद शहर के लोग अपने बच्चों के साथ घूमने के लिए पार्क में उमड़ रहे हैं। भीड़ को देखकर साफ है कि नेचर पार्क सूरतवासियों की अवकाश सूची में सबसे ऊपर है।
नेचर पार्क के अलावा, पाल स्थित एक्वेरियम भी सूरत में एक बड़ा आकर्षण रहा है। लेकिन इस साल 28 मार्च से इसका संचालन बंद कर दिया गया है। नगर निगम द्वारा मरम्मत कार्य की धीमी गति के चलते अब तक पुनः खोलने की कोई स्पष्ट तिथि तय नहीं हुई है। इससे एक्वेरियम देखने आने वाले पर्यटकों को निराशा का सामना करना पड़ रहा है।
नेचर पार्क सूरत में पर्यावरणीय पर्यटन का एक सशक्त उदाहरण बनकर उभरा है, जो न केवल बच्चों और पर्यावरण प्रेमियों के लिए सीखने का माध्यम है, बल्कि नगर निगम के लिए आर्थिक रूप से भी लाभकारी साबित हो रहा है। अब उम्मीद की जा रही है कि बंद पड़ा एक्वेरियम भी जल्द ही चालू होगा, जिससे सूरत का पर्यटन और समृद्ध हो सकेगा।