सूरत : वराछा को-ऑपरेटिव बैंक को भारत को-ऑपरेटिव बैंकिंग समिट-2025 में तीन प्रतिष्ठित पुरस्कार एनायत

लगातार दूसरे वर्ष सर्वश्रेष्ठ डिजिटल बैंक बनने के साथ साइबर सुरक्षा और एनपीए प्रबंधन के लिए भी सम्मानित

सूरत : वराछा को-ऑपरेटिव बैंक को भारत को-ऑपरेटिव बैंकिंग समिट-2025 में तीन प्रतिष्ठित पुरस्कार एनायत

 भारत को-ऑपरेटिव बैंकिंग समिट-2025 के तहत आयोजित भारत रत्न सहकारी पुरस्कार-2025 समारोह में वराछा सहकारी बैंक लिमिटेड, सूरत को तीन प्रमुख पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। यह सम्मान बैंक की उत्कृष्ट डिजिटल सेवाओं, साइबर सुरक्षा पहलों और एनपीए नियंत्रण में शानदार प्रदर्शन को देखते हुए प्रदान किया गया।

बैंक को लगातार दूसरे वर्ष "वर्ष का सर्वश्रेष्ठ डिजिटल बैंक" का पुरस्कार मिला है, जो इसके आधुनिक डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर की पुष्टि करता है। इसके साथ ही, "सर्वश्रेष्ठ साइबर सुरक्षा पहल" और "सर्वश्रेष्ठ एनपीए प्रबंधन" पुरस्कार भी वराछा बैंक को मिले। शुद्ध एनपीए को शून्य पर बनाए रखने तथा सकल एनपीए को 1.22 प्रतिशत से घटाकर 0.80 प्रतिशत करने के प्रयासों की सराहना की गई। 

वराछा को-ऑपरेटिव बैंक रु.5800 करोड़ से अधिक के कारोबार के साथ निरंतर प्रगति कर रहा है और डिजिटल इंडिया के सपने को साकार करने में सक्रिय योगदान दे रहा है। बैंक आधुनिक तकनीक से लैस है और साइबर सुरक्षा के प्रति अत्यधिक जागरूक रहते हुए तकनीकी नवाचार को अपनाता है। मुंबई में  आयोजित पुरस्कार समारोह में बैंक के अध्यक्ष भवानभाई नवपरा, महाप्रबंधक विट्ठलभाई धानानी, एजीएम शैलेशभाई भूत तथा आईटी प्रमुख एजीएम परेशभाई केलावाला ने भाग लेकर पुरस्कार स्वीकार किया।

अध्यक्ष भवानभाई नवपरा ने कहा, “बैंक की सफलता में निदेशक मंडल, प्रबंधन मंडल और 'वीसीबी टीम' के सभी सदस्यों का योगदान सराहनीय है। यह सम्मान पूरे संस्थान के लिए गौरव का विषय है और यह हमें आने वाले वर्षों में और भी श्रेष्ठ सेवाएं देने के लिए प्रेरित करेगा।” आज वराछा सहकारी बैंक गुजरात के शीर्ष 10 सहकारी बैंकों में अपना स्थान बना चुका है – यह पूरे सूरत और बैंकिंग समुदाय के लिए गर्व की बात है।

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