सूरत : नवरात्रि में होगा भव्य श्रीराम गोभक्ति महामहोत्सव, राधाकृष्ण महाराज सुनाएंगे दिव्य श्रीराम कथा
22 से 30 सितंबर तक श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा के सान्निध्य में होगा आयोजन, श्रीराम-जानकी विवाह उत्सव रहेगा विशेष आकर्षण
“विप्र, धेनु, सुर, संत हित, लीन मनुज अवतार” ऐसे मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की महिमा से ओतप्रोत श्रीराम गोभक्ति महामहोत्सव का आयोजन इस वर्ष नवरात्रि के पावन अवसर पर 22 से 30 सितंबर 2025 तक सूरत में होने जा रहा है। इस महामहोत्सव के माध्यम से सूरतवासियों को दिव्य श्रीराम कथा के श्रवण का दुर्लभ अवसर प्राप्त होगा।
यह जानकारी गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा के सीईओ आलोक सिंहल ने शान्तम सभागार में आयोजित तैयारी बैठक में दी। उन्होंने कहा कि इस आयोजन का अधिकतम लाभ सूरत के हर वर्ग के नागरिकों तक पहुँचे, इसके लिए समर्पित प्रयास किए जा रहे हैं।
वरिष्ठ गोभक्त विनोदजी अग्रवाल लक्ष्मीहरी ने बताया कि श्रीराम कथा परम गोवत्स संत राधाकृष्णजी महाराज के मुखारविंद से होगी, जो पूरे भारतवर्ष में अपनी हृदयस्पर्शी और आध्यात्मिक कथा शैली के लिए प्रसिद्ध हैं। सूरत शाखा के अध्यक्ष संदीप पोद्दार ने बताया कि कथा के दौरान श्रीराम-जानकी विवाह महोत्सव भी विशेष रूप से मनाया जाएगा, जो भक्ति और सांस्कृतिक उल्लास का संगम होगा।
महामंत्री लालसिंह राजपुरोहित ने बताया कि सूरत के विभिन्न बाजार, समितियों और संस्थाओं को इस आयोजन से जोड़ने के लिए क्षेत्रवार समितियों का गठन किया जाएगा। उन्होंने सभी गोभक्तों से आग्रह किया कि वे इस पुनीत कार्य में सक्रिय भूमिका निभाएं। महामहोत्सव सह-संयोजक विपिन जालान ने बताया कि कथा संयोजक राकेश कंसलजी के नेतृत्व में आयोजन को सफल बनाने के लिए व्यापक तैयारियाँ शुरू हो चुकी हैं।
इस बैठक में सज्जन महर्षि, मांगीलाल राजपुरोहित, तुलसी भाई राजपुरोहित, प्रमोद पोद्दार, मनीषा टिबडेवाल, सारंगपाणी जालान, योगेन्द्र शर्मा, तन्मय अग्रवाल, अजय शर्मा, राहुल अग्रवाल, वरुण गुप्ता, बबीता पोद्दार, जेठा भाई, सूरज जालान, प्रेरणा पोद्दार, मूलसिंह राजपुरोहित, भरतसिंह बसंत, कैलाश चाचोडी समेत सैकड़ों गोभक्तों ने भाग लिया और अपने विचार व्यक्त किए।
पूर्व अध्यक्ष बालकिशन राठी ने पथमेड़ा के गोसेवा कार्यों की जानकारी देते हुए सभी श्रद्धालुओं से जुड़ने का आह्वान किया और कहा कि यह आयोजन केवल कथा नहीं, बल्कि सेवा, सिमरन और भक्ति का अनुपम संगम बनेगा। यह श्रीराम गोभक्ति महामहोत्सव सूरतवासियों के लिए न केवल धार्मिक और आध्यात्मिक ऊर्जा से भरने वाला है, बल्कि गोसेवा और सामाजिक सहभागिता की दृष्टि से भी प्रेरक सिद्ध होगा।