सूरत में ‘पर्यटन सम्मेलन 2025’ का भव्य आयोजन, पर्यटन क्षेत्र के विकास पर हुई विस्तार से चर्चा
SGCCI और गुजरात सरकार की संयुक्त पहल, देश-विदेश के पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए दक्षिण गुजरात पर्यटन को मिलेगा नया आयाम
सूरत : दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (SGCCI) और गुजरात सरकार के पर्यटन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में ‘पर्यटन सम्मेलन 2025’ का आयोजन 16 मई 2025 को प्लैटिनम हॉल, सरसाना, सूरत में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
इस कार्यक्रम में देशभर के प्रमुख ट्रैवल एजेंट्स, टूर ऑपरेटरों और पर्यटन क्षेत्र के विशेषज्ञों ने भाग लिया। ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष आर. सुनील कुमार, वनअबोव के एमडी विशाल सोमैया, तथा उत्तराखंड के डीएमसी चटनी होटल्स के सीएमडी धीरज सौंध मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे।
SGCCI अध्यक्ष विजय मेवावाला ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि वर्ष 2024 में भारत में 9.6 मिलियन से अधिक विदेशी पर्यटक आए, जिससे देश को 2.3 लाख करोड़ रुपये से अधिक की विदेशी मुद्रा प्राप्त हुई। उन्होंने बताया कि गुजरात आने वाले कुल पर्यटकों में से 40% दक्षिण गुजरात का रुख करते हैं, जो क्षेत्र के लिए एक बड़ी संभावनाओं का संकेत है।
उन्होंने टूर ऑपरेटरों से आह्वान किया कि वे दक्षिण गुजरात के छिपे हुए पर्यटन स्थलों को उजागर करें और उनकी जानकारी आमजन तक पहुंचाएं, ताकि क्षेत्रीय पर्यटन का सर्वांगीण विकास हो सके।
आर. सुनील कुमार ने अपने वक्तव्य में बताया कि भारत की वैश्विक पर्यटन रैंकिंग में सुधार हुआ है और यह अब 54वें स्थान से बढ़कर 39वें स्थान पर आ गया है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर सहित अन्य क्षेत्रों में पर्यटन को पुनर्जीवित करने पर बल दिया।
धीरज सौंध ने उत्तराखंड के चारधाम और विवाह स्थलों की चर्चा की। उन्होंने कहा कि नैनीताल, मसूरी, ऋषिकेश और त्रिंगनारायण जैसे स्थल आज विवाह आयोजनों के लिए लोकप्रिय बन रहे हैं, लेकिन यहां के रीति-रिवाजों और सादगी का ध्यान रखा जाना चाहिए।
विशाल सोमैया ने जॉर्जिया को एक आकर्षक अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल के रूप में प्रस्तुत किया और वहां के शाकाहारी भोजन, धार्मिक स्थलों और साहसिक गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जॉर्जिया की यात्रा के लिए जनवरी से मार्च का समय सबसे उत्तम है।
चैंबर के मानद मंत्री नीरव मंडलेवाला ने कहा कि सूरत को व्यावसायिक पर्यटन, इको-टूरिज्म, अनुभवात्मक पर्यटन और खाद्य पर्यटन के रूप में विकसित किया जा सकता है। वहीं, विनेश शाह ने सूरत को आर्थिक क्षेत्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में चल रहे प्रयासों की जानकारी दी।
दक्षिण गुजरात होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष सनत रेलिया ने होटल उद्योग की भूमिका पर प्रस्तुति दी। वहीं, BRCM कॉलेज के छात्रों ने क्षेत्रीय पर्यटन को बढ़ावा देने पर प्रस्तुति दी, जो सराही गई।
वक्ताओं का परिचय संजीव गांधी, जिग्नेश पटेल और दीपेन मिस्त्री ने कराया, जबकि मैल्कम पंडोल ने समापन भाषण दिया। सम्मेलन का संचालन हार्दिक चांचड़ ने किया और अंत में चैंबर के नवनिर्वाचित उपाध्यक्ष अशोक जीरावाला ने उपस्थित सभी मेहमानों और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया।
इस सम्मेलन ने न केवल दक्षिण गुजरात के पर्यटन को एक नई दिशा दी, बल्कि उद्योग, शिक्षा और सरकार के साझा प्रयासों के ज़रिए क्षेत्रीय पर्यटन को गति देने की ठोस पहल भी की।