सूरत में 'ऑपरेशन सिंदूर' की गूंज: तिरंगे के साथ सड़कों पर उतरे लोग, देशभक्ति के नारों से गूंजा शहर
कश्मीरी छात्रा सगुन शर्मा ने कहा – पहलगाम में धर्म पूछकर मारा गया, अब धर्म दिखाकर देंगे जवाब
सूरत : भारत सरकार द्वारा संचालित ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का उत्सव पूरे देश में उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर की गई सटीक और निर्णायक कार्रवाई ने जहां राष्ट्रीय गौरव को नई ऊंचाई दी है, वहीं सूरत शहर भी इस गौरवशाली क्षण का साक्षी बना। सड़कों पर तिरंगा लहराते, नारे लगाते और मिठाई बांटते नागरिकों ने भारतीय सेना को सलामी दी।
इस अवसर पर सरकारी नर्सिंग कॉलेज, सूरत की छात्रा और जम्मू की निवासी सगुन शर्मा ने एक भावुक प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "मैं ऑपरेशन सिंदूर के लिए भारतीय सेना का धन्यवाद करती हूं। पहलगाम में लोगों से उनका धर्म पूछकर उनकी हत्या की गई यह अमानवीय है। लेकिन अब हम धर्म दिखाकर जवाब देंगे। यह कश्मीर और देश दोनों के लिए गर्व का दिन है। प्रधानमंत्री मोदी ने जो किया, वह साफ़ जवाब है कि भारत अब चुप नहीं बैठेगा।"
सूरत की सड़कों पर हजारों की संख्या में लोग तिरंगे लेकर "भारत माता की जय", "भारतीय सेना ज़िंदाबाद", "पाकिस्तान मुर्दाबाद" जैसे नारों के साथ निकले। जगह-जगह संगीत वाद्ययंत्रों और ढोल-नगाड़ों के साथ रैलियां निकाली गईं। पैदल यात्रियों और राहगीरों को मिठाइयां खिलाकर नागरिकों ने अपनी खुशी साझा की।
नर्सिंग काउन्सील के उपाध्यक्ष इकबाल कडीवाला ने कहा कि नर्सिंग कॉलेज में भी उत्सव का माहौल देखा गया। सरकारी नर्सिंग कॉलेज के छात्रावास में रह रहे जम्मू-कश्मीर के छात्रों ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर हर्ष व्यक्त किया। स्टाफ और छात्राओं ने मिलकर भारत सरकार और सेना की इस कार्रवाई की सराहना की और इसे "साहस का प्रतीक" बताया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, भारतीय वायुसेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में आतंकी संगठनों के 9 ठिकानों को पूरी तरह नष्ट किया। इसमें बड़ी संख्या में आतंकवादियों के मारे जाने की खबर है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा इस सैन्य कार्रवाई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया, जो भारतीय परंपरा में त्याग, वीरता और राष्ट्रभक्ति का प्रतीक माना जा रहा है।