सूरत : 118 हीरा श्रमिकों को जहरीला पानी पिलाने का आरोपी गिरफ्तार, आत्महत्या की कोशिश के दौरान हुई बड़ी चूक
कर्ज के तनाव में था आरोपी निकुंज, पेयजल में जहरीली दवा मिलाने से हुई बड़ी संख्या में मजदूरों की तबीयत खराब
सूरत। शहर के कापोद्रा इलाके में हीरा श्रमिकों को जहरीला पानी पिलाने की सनसनीखेज घटना में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। 118 मजदूरों को बीमार करने वाले आरोपी निकुंज को कापोद्रा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जांच में सामने आया कि आरोपी ने आत्महत्या के इरादे से जहरीली दवा खरीदी थी, लेकिन अनजाने में उसका कदम कई निर्दोषों की जान के लिए खतरा बन गया।
पुलिस जांच के अनुसार, आरोपी निकुंज मानसिक तनाव में था और आत्महत्या की योजना बना रहा था। उसने अपने एक परिचित से 8 लाख रुपए का कर्ज लिया था, जिसे वह चुका नहीं पा रहा था। इसी मानसिक दबाव में उसने पास के मेडिकल स्टोर से "सेल्फोस" नामक जहरीली दवा खरीदी, और इसे खुद सेवन करने की मंशा से हीरा फैक्ट्री के वाटर कूलर में मिलाने गया।
हालांकि आखिरी समय पर वह खुद जहर पीने की हिम्मत नहीं जुटा सका, लेकिन उसी दौरान अन्य श्रमिकों ने वही पानी पी लिया, जिससे 118 हीरा मजदूर अस्पताल पहुंच गए। इस घटना ने पूरे शहर में हड़कंप मचा दिया और पुलिस हरकत में आ गई।
तकनीकी जांच और सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस ने मेडिकल स्टोर तक पहुंच बनाई। आरोपी की पहचान मेडिकल बिल और मोबाइल पेमेंट डिटेल्स के जरिए की गई। पुलिस ने स्टोर के सीसीटीवी फुटेज में निकुंज को दवा खरीदते हुए स्पष्ट रूप से देखा। इसके बाद उसे हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की गई।
डीसीपी आलोक कुमार ने बताया, "हमने तकनीकी विश्लेषण और साक्ष्यों के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार किया है। फिलहाल उससे पूछताछ जारी है कि क्या यह कदम पूरी तरह आत्महत्या के इरादे से उठाया गया था या इसके पीछे और भी कोई वजह थी।"
पुलिस यह भी जांच कर रही है कि आरोपी के पास यह ज़हरीली दवा कैसे पहुंची और मेडिकल स्टोर ने उसे बिना पूछताछ के यह कैसे बेच दी। साथ ही पीड़ित श्रमिकों की हालत पर भी नजर रखी जा रही है।