सूरत : व्यापारी को जीएसटी बचाना पड़ा भारी, कच्चे में माल बेचने से करोड़ों रुपए डूबे!
रघुकुल समाधान समिति ने सजगता पूर्वक पक्के में कारोबार करने की हिदायत दी
शनिवार को रघुकुल समाधान समिति की 29वीं मीटिंग संपन्न हुई, जिसमें पुराने पेंडिंग कुछ मुद्दों को सुलझाने का प्रयास किया गया। साथ ही कुछ नए मामले पर भी चर्चा हुई और उनको क्लियर करने हेतु कानूनी कार्रवाई के लिए प्रयास किया गया। कई पुराने मैटर मीटिंग में क्लियर हुए, जिसमें 9,33,741 रुपए की रकम रघुकुल टेक्सटाइल मार्केट समाधान समिति द्वारा समाधान कराने में सफलता प्राप्त हुई।
साप्ताहिक समाधान समिति की मीटिंग में कुछ ऐसे भी मैटर आए जिसमें जीएसटी बचाकर कच्चे में माल बेचना व्यापारी को भारी पड़ गया। व्यापारी ने बाहर की मंडी के व्यापारी से कच्चे में कारोबार कर रहा था। शुरुआत में उसने समय से भुगतान कर विश्वास बनाया और फिर करोड़ों का माल लेने के बाद अब पेमेन्ट ही नहीं दे रहा है। व्यापारी पहले अपने स्तर से पेमेन्ट निकालने का प्रयास किया, लेकिन जब सफलता नहीं मिली और कानूनी कार्रवाई करने के लिए उसके पास सबूत नहीं होने से समिति से पेशकश की। यह मामला सामने आने के बाद समिति भी चौक गई कि अभी भी कुछ व्यापारी कच्चे में कारोबार करने का साहस-दुस्साहस कर रहे हैं। परिणाम स्वरुप आज उनकी पूरी डूबने की कगार पर है।
समिति द्वारा इन सभी पहलुओं को देखते हुए व्यापार में सजगता बनाए रखने के साथ ही पक्के में व्यापार करने की सलाह सभी व्यापारी बंधुओ को बैठक में दी गई। थोड़े से लालच से व्यापार को बड़ा नुकसान पहुंचाने का आगे कोई नुकसान ना हो इसके लिए व्यापारियों को हिदायत दी गई, क्योंकि आए दिन चीटिंग के केस बढ़ रहे हैं। सभी से अनुरोध किया गया कि दिवाली वेकेशन का समय आ रहा है। लोकल बाजार का व्यापार सजगता पूर्वक किया जाना चाहिए। दो हफ्ते पहले कर्मचारियों के इंश्योरेंस के लिए स्टेट बैंक के द्वारा बातचीत हुई थी, जिसका प्रॉपर रूप से दिवाली के बाद कर्मचारियों का इंश्योरेंस करने का कार्यक्रम आरंभ कराया जाएगा, ताकि उनकों सुरक्षा प्राप्त हो सके। मीटिंग के दौरान राजीव ओमर, उपाध्यक्ष संतोष अग्रवाल, एडवोकेट सचिन घुगे, एडवोकेट पार्थ देवरा, एडवोकेट गीता सोलंकी एवं एडवोकेट संतोष गुप्ता उपस्थित रहे।