सूरत में युवाओं को रोजगार के नए अवसर, राष्ट्रीय प्रशिक्षुता संवर्धन योजना पर जोर
एसजीसीसीआई, एनएसडीसी और प्रशिक्षण महानिदेशालय की संयुक्त कार्यशाला में खुलासा
सूरत। दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री, राष्ट्रीय कौशल विकास निगम, और प्रशिक्षण महानिदेशालय ने संयुक्त रूप से आयोजित एक कार्यशाला में राष्ट्रीय प्रशिक्षुता संवर्धन योजना (NAPS) के तहत युवाओं को रोजगार के नए अवसर प्रदान करने पर जोर दिया। कार्यक्रम में उद्योग जगत और सरकार के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
चेम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष, विजय मेवावाला ने कहा कि यह योजना गुजरात में कौशल विकास और रोजगार में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है। उन्होंने उद्योगों से अपील की कि वे अधिक से अधिक युवाओं को इस योजना के तहत प्रशिक्षण देने का अवसर दें।
कार्यशाला में बताया गया कि NAPS के तहत युवाओं को उद्योगों में प्रशिक्षण दिया जाता है, जिससे उन्हें रोजगार के अवसर मिलते हैं और उद्योगों को कुशल कर्मचारी मिलते हैं। गांधीनगर के आरएसडीईडी विभाग के संयुक्त निदेशक, केतन पटेल ने कहा कि इस योजना के तहत प्रशिक्षुओं को वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाती है।
बोर्ड ऑफ अप्रेंटिसशिप ट्रेनिंग (पश्चिम) के सहायक निदेशक, डॉ. प्रवीण उके ने कहा कि देश में युवाओं को कुशल बनाना बहुत जरूरी है और NAPS इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने बताया कि गुजरात में पिछले 5 वर्षों में 31,399 युवाओं को NAPS के तहत अप्रेंटिसशिप दी गई है।
सूरत क्षेत्रीय उप निदेशक, सुश्री आशाबेन पटेल ने बताया कि सूरत जिला राज्य में सबसे अधिक प्रशिक्षुओं की सूची में तीसरे स्थान पर है। उन्होंने सूरत के रंगाई उद्योग में अप्रेंटिसशिप लेने की अपील की।