सूरत : एसजीसीसीआई द्वारा बारडोली में 'सहकारी क्रांति: विकसित भारत का आधार' पर कार्यक्रम आयोजित
बारडोली में आयोजित सेमिनार में सहकारी क्षेत्र के विकास पर जोर, सहकारी समितियां: विकसित भारत का आधार
सूरत : दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ( एसजीसीसीआई )और सूरत डिस्ट्रिक्ट को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड द्वारा आयोजित एक सेमिनार में सहकारी समितियों को विकसित भारत का आधार बताया गया।
इस कार्यक्रम में सुमुल डेयरी के अध्यक्ष मानसिंह पटेल ने कहा कि सहकारी क्षेत्रों के विकास से ही विकसित भारत की परिकल्पना साकार हो सकती है।
चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष विजय मेवावाला ने कहा कि सहकारी समितियों से गांवों का विकास होगा और उसके आधार पर ही देश का विकास संभव है। उन्होंने सहकारी समितियों के सदस्यों, स्थानीय व्यापारियों और ग्रामीणों से चैंबर के कार्यक्रमों में भाग लेने का अनुरोध किया।
सेमिनार में विशेषज्ञों ने सहकारी समितियों के दैनिक प्रशासन, केंद्रीय बैंकों की भूमिका और उद्यम संसाधन योजना के महत्व पर विस्तार से चर्चा की। भरूच जिला सहकारी बैंक लिमिटेड के पूर्व प्रबंध निदेशक रजनीकांत पी. रावल ने सहकारी अधिनियम के महत्वपूर्ण प्रावधानों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि सहकारी समितियों को तकनीक को अपनाना होगा और ईआरपी आधारित सिस्टम को अपनाना होगा।
तापी-वलसाड जिला रजिस्ट्रार ध्रवीन पटेल, सूरत-नवसारी जिला रजिस्ट्रार हरीश कछाड़ और सूरत जिला सहकारी बैंक लिमिटेड के पूर्व अध्यक्ष नरेश पटेल ने भी कार्यक्रम में भाग लिया और सहकारी क्षेत्र के विकास के लिए सरकार के प्रयासों के बारे में बताया।