सूरत : व्यापारी रेलवे ट्रांसपोर्ट को लेकर चिंतित, फोस्टा ने उठाए सवाल
रेलवे ट्रांसपोर्ट के माध्यम से व्यापार को गति देने के लिए हुई महत्वपूर्ण बैठक
फोस्टा और रेलवे के अधिकारियों के बीच आज, 12 सितंबर 2024 को एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य सूरत के व्यापारियों के लिए रेलवे ट्रांसपोर्ट का उपयोग बढ़ाना था। बैठक में रेलवे के डॉ. मनोज बरहत (IRTS), एरिया रेलवे मैनेजर, वलसाड सबडिविजन, सौरभ कुमार (IRTS) डिविजन कोमर्शियल मैनेजर, मुंबई और मुकेश सिंह, एरिया ऑफिसर, सूरत भी उपस्थित थे।
फोस्टा के अध्यक्ष, कैलाश हाकिम ने बताया कि सूरत से देश के विभिन्न हिस्सों में कपड़े, जरी, यार्न आदि का व्यापार होता है। वर्तमान में अधिकतर माल सड़क मार्ग से भेजा जाता है। रेलवे ट्रांसपोर्ट का उपयोग करने से व्यापारियों और रेलवे दोनों को समय और धन की बचत होगी।
कुछ समय से व्यापारियों ने फोस्टा को बताया की रेलवे द्वारा अन्य राज्यों में पार्सल भेजने में कई समस्या आ रही है। पिछले साल रेलवे के माध्यम से पार्सल भेजने पर अच्छा व्यापार हो रहा था। इस साल बाहरगांव की मंडियों में रेलवे के माध्यम से भेजे जानेवाले पार्सल की संख्या आधी हो गई है। पिछले साल 68 गुड्स रेलवे ट्रेन के माध्यम और 124 पेसेन्जर ट्रेनों में एक दो पार्सल के कोच लगाकार कुल 700 करोड का पार्सल सूरत से अन्य राज्यों में भेजा गया था। इस साल 26 गुड्स ट्रेन और 49 पेसेन्जर ट्रेनों में एक दो पार्सल के कोच लगाकर 300 करोड का माल रेलवे से अन्य राज्यों में भेजा गया है।
फोस्टा को व्यापारियों ने रेलवे ट्रांसपोर्ट से जुड़ी कुछ महत्वपुर्ण समस्याओं के बारे में भी बताया। रेलवे ट्रांसपोर्ट के माध्यम से भेजे गए माल की जीपीएस ट्रैकिंग की सुविधा नहीं है, जिससे व्यापारी को पता नही चलता की उसका पार्सल कहा तक पहुंचा है और कब तक निर्धारित स्थान पर पहुंचेगा।
वेस्टर्न और ईस्टर्न रेलवे के बीच समन्वय की कमी है। रेलवे का जोन बदलने पर माल भेजने और उतारने में अनियमितता होती है।
वाराणसी स्टेशन पर प्लेटफोर्म नं. 9 पर सूरत से गुड्स ट्रेन खड़ी रहती है। 9 नंबर के प्लेटफोर्म से वहा के व्यापारियों को प्लेटफोर्म नं. 1 पर पार्सल की डिलिवर में सबसे अधिक समस्या लेबर चार्ज कीआती है।
सूरत स्टेशन पर जगह की कमी को देखते हुए उधना स्टेशन पर माल रखने के लिए जगह निर्धारित करनी चाहिए। उधना स्टेशन पर एक पार्सल बुकिंग ऑफिस खोलने का अनुरोध किया। इससे व्यापारियों को रेलवे के माध्यम से माल भेजने में आसानी होगी।
टेक्नोलोजी का उपयोग करते हुए गुड्स ट्रेनो में कंटेनर के स्थान पर डायरेक्ट ट्रको का ट्रान्सपोर्ट करना चाहिए जैसे रो रो फेरी डायरेक्ट ट्रक एक स्थान से दुसरे स्थान पर ले जाए जाते है।
रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में सूरत से वाराणसी, मजफ्फरपुर, भागलपुर, दानापुर, बंगाल आदि स्थानों पर मालगाड़ियां चल रही हैं। उन्होंने यह भी बताया कि जल्द ही और अधिक स्थानों के लिए मालगाड़ियों की सुविधा शुरू की जाएगी।
इस बैठक में फोस्टा के निदेशक, सूरत गुड्स ट्रांसपोर्ट के पदाधिकारी और बाजार के अग्रणी व्यापारी उपस्थित थे।