सूरत : अगस्त महीने में व्यापारी भाइयों को समाधान करवाकर 1.80 करोड़ की राशि दिलवाई
एसएमए की सदस्यता अभियान प्रारंभ, बड़ी संख्या में जुड़ रहे व्यापारी
सूरत मर्कन्टाइल एसोसिएशन की 181वीं नियमित साप्ताहिक समस्या समाधान मिटिंग का आयोजन व्यापारी भाईयों की निःस्वार्थ सेवा में 8 सितम्बर 2024 रविवार को प्रातःकाल 9.30 से 10.30 बजे तक माहेश्वरी भवन,बोर्ड रुम पहला माला पर सीटी लाइट के प्रांगण में "एसएमए" प्रमुख नरेन्द्र साबू व उनकी पूरी पंच पैनल एवं कोर कमेटी टीम की अगुवाई में आयोजित की गई। इस सप्ताह की मीटिंग में 132 व्यापारी भाईयों की सादर उपस्थिति रही और 15 आवेदन पत्र समस्या समाधान हेतु पर सुनवाई हुई, जिसमें से 2 आवेदन का समाधान तुरंत बातचीत द्वारा किया गया, जबकि शेष आवेदनों के मामलें पंच पैनल एवं लीगल टीम को सौंप दिये गये हैं, जो की समयानुसार समाधान प्रक्रिया में आ जायेंगे।
संगठन की कार्यशैली के हिसाब से अगस्त का महीना बहुत ही महत्वपूर्ण रहा। व्यापारी भाइयों के 52 आवेदन पत्रों का निराकरण किया गया और एक करोड़ 80 लाख की बड़ी रकम व्यापारी भाइयों को समाधान करवाकर दिलवाई गई। गत दो दिनों से सूरत मर्केंटाइल एसोसिएशन ने नए मेंबर जोड़ने का अभियान शुरू किया है, उसके अंतर्गत दो दिन में 365 व्यापारी भाइयों ने मेंबरशिप के लिए आवेदन किया है। सूरत मर्केंटाइल एसोसिएशन की मेंबरशिप बिल्कुल पूर्णतया निःशुल्क है। सूरत मर्केंटाइल एसोसिएशन की सभी सेवाएं निःस्वार्थ और निःशुल्क होती है।
मीटिंग का समापन स्वादिष्ट शानदार अल्पाहार के साथ सम्पन्न हुआ। मिटिंग में "एसएमए" परिवार के राजीव उमर, महेश पाटोदिया, दुर्गेश टिबडेवाल, मनोज अग्रवाल, राजेश गुरनानी, दीपक अग्रवाल, रामकिशोर बजाज, संदीप गुप्ता, संजय अग्रवाल, राजेन्द्र कनोडिया, घनश्याम माहेश्वरी, अनिल भाऊवाला, सुनील अग्रवाल, अशोक अग्रवाल, अरविंद जैन आदि सदस्यों की सादर उपस्थिति रही।
व्यापारी भाई ऑफलाइन-ऑनलाइन दोनों तरीके से कारोबार करें : नरेन्द्र साबू
अंत में अपने अध्यक्षीय संबोधन में नरेंद्र साबू ने बताया कि व्यापारी भाइयों को अपने व्यापार का विस्तार बढ़ाना चाहिए। ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरीके का व्यापार करना चाहिए, ताकि व्यापार आपका सुरक्षित तरीके से बढे। मीटिंग में चर्चा के दौरान चिंता की बात सामने आई है, उसमें जो लोग आंध्र प्रदेश का व्यापार करते हैं उन्हें बहुत बड़ा नुकसान हुआ है। एक सितंबर को विजयवाड़ा में बाढ़ आई थी। जिससे विजयवाड़ा की जितनी भी ट्रांसपोर्ट थी सब पानी में डूब गई है। सूरत सहित कुल 80 करोड रुपए का माल का नुकसान है। सूरत मर्केंटाइल एसोसिएशन ने व्यापारी भाइयों को भरोसा दिलाया है किसी भी तरह की समस्या व्यापारियों को आएगी तो संगठन व्यापारियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा रहेगा।