सूरत के नई सिविल अस्पताल में 14 वर्षीय युवक के घुटने की सफल सर्जरी

महाराष्ट्र से आए परिवार को मिला नया जीवन

सूरत के नई सिविल अस्पताल में 14 वर्षीय युवक के घुटने की सफल सर्जरी

सूरत। महाराष्ट्र से अपने पिता का इलाज कराने आए 14 वर्षीय साहिल परदेशी को सूरत के नई सिविल अस्पताल के डॉक्टरों ने एक नया जीवन दिया है। साहिल के दाहिने घुटने की जटिल सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया है। पिता-पुत्र का लाखों का इलाज निःशुल्क होने से केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल ने न्यू सिविल अस्पताल के डॉक्टरों की सेवा की सराहना की।

अपने परिवार के साथ महाराष्ट्र के जलगांव जिले से आए ज्ञानेश्वर परदेशी ने बताया कि उनका बेटा साहिल दो साल पहले गिरने से घायल हो गया था, जिससे उसके घुटने की टोपी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी। इस चोट के कारण साहिल चलने में असमर्थ था। साथ ही, ज्ञानेश्वर खुद भी रीढ़ की हड्डी की समस्या से जूझ रहे थे। गांव के पूर्व सरपंच एवं समाजसेवक भाविनि रामचंद्र पाटिल के कहने पर वे इलाज के लिए सूरत आए।

सूरत के नई सिविल अस्पताल में निःशुल्क इलाज मिलने की उम्मीद में यह परिवार सूरत आया। अस्पताल के डॉक्टरों ने साहिल की समस्या का गंभीरता से लिया और जल्द से जल्द सर्जरी करने का फैसला किया। चार घंटे की जटिल सर्जरी के बाद साहिल अब सामान्य रूप से चल सकता है।

ज्ञानेश्वर ने कहा, "मुझे सिविल अस्पताल के डॉक्टरों पर पूरा भरोसा था। उन्होंने न केवल मेरे बेटे की बल्कि मेरी भी जान बचाई है।" एक सप्ताह बाद ज्ञानेश्वर की रिढ की हड्डी का भी जल्द ‌इलाज किया जायेगा।

डॉक्टरों की टीम ने किया कमाल

नई सिविल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. धारित्रि परमार के नेतृत्व में डॉ. हरि मेनन की यूनिट ने इस जटिल सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। डॉ. मनीष पटेल के मार्गदर्शन में डॉ. हार्दिक सेट्टी, डॉ. जिग्नेश पटेल, डॉ. पार्थ और डॉ. रवि सहित नर्सिंग स्टाफ की पूरी टीम ने इस ऑपरेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

 

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