सूरत : चलती ट्रेन में गर्भवती महिला की मदद कर किन्नरों ने निभाया देवदूत का फर्ज
प्रसव पीड़ा होने पर अन्य लोग दुर हटे तभी किन्नरों ने गर्भवती महिला को बच्चे को जन्म देने में की मदद
सूरत। एक दिल को छू लेने वाली घटना में, दो किन्नरों ने चलती ट्रेन में एक गर्भवती महिला की जान बचाई है। जब महिला को अचानक प्रसव पीड़ा हुई, तो आसपास के लोग डर के मारे दूर हट गए। लेकिन इन किन्नरों ने बिना किसी हिचकिचाहट के आगे बढ़कर महिला को बच्चे को जन्म देने में मदद की।
यह घटना भुसावल ट्रेन में हुई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जब महिला को प्रसव पीड़ा हुई तो ट्रेन में अफरा-तफरी मच गई। कुछ लोग महिला की मदद करने के लिए आगे आए, लेकिन अधिकांश लोग डर के मारे दूर ही खड़े रहे। इसी बीच, दो किन्नरों ने आगे बढ़कर महिला की मदद की। उन्होंने महिला को संभाला और उसे बच्चे को जन्म देने में मदद की।
बाद में, किन्नरों ने ट्रेन को नवापुर स्टेशन पर रोककर महिला और नवजात शिशु को एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल में दोनों की हालत स्थिर बताई गई है।
इस घटना ने एक बार फिर साबित किया है कि किन्नर समाज भी मानवता के प्रति समर्पित है। जब समाज के अन्य लोग पीछे हट गए, तब इन किन्नरों ने आगे बढ़कर एक जान बचाई।
नवोदय ट्रस्ट की नूरीकुंवर ने कहा, "हमारे समाज के इन दो किन्नरों ने मानवता की मिसाल पेश की है। उन्होंने एक गर्भवती महिला की जान बचाई है। हमें ऐसे लोगों पर गर्व है।"