सूरत : अंडमान निकोबार पुलिस को साइबर अपराधों से निपटने के लिए प्रशिक्षित किया गया
क्रिप्टोकरेंसी सहित नवीनतम साइबर अपराधों से निपटने के लिए पुलिस को दी गई विशेषज्ञ प्रशिक्षण
दक्षिण गुजरात उत्पादकता परिषद (एसजीपीसी) और प्रसिद्ध साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ डॉ. स्नेहल हेमंतकुमार वकीलना ने अंडमान निकोबार पुलिस को नवीनतम साइबर अपराधों से निपटने के लिए व्यापक प्रशिक्षण प्रदान किया है। प्रशिक्षण का मुख्य फोकस क्रिप्टोकरेंसी, साइबर अपराधों की जांच और डिजिटल साक्ष्यों के संग्रहण पर रहा।
डॉ. वकीलना ने पुलिस अधिकारियों को क्रिप्टोकरेंसी के जटिल दुनिया में गहराई से उतारा। उन्होंने बताया कि कैसे 25,000 से अधिक सूचीबद्ध क्रिप्टो संपत्तियां हैं और इनका उपयोग मनी ट्रांसफर, वित्तीय लेनदेन और यहां तक कि वोटिंग जैसी विभिन्न गतिविधियों में किया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि कैसे क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े अपराध जैसे क्रिप्टो जैकिंग और मल्टी-लेवल मार्केटिंग स्कीम बढ़ रहे हैं।
प्रशिक्षण के दौरान, पुलिस अधिकारियों को डार्क वेब, डीप वेब और सर्फ वेब पर जांच करने के तरीके सिखाए गए। इसके अलावा, उन्हें डिजिटल साक्ष्यों को एकत्रित करने और उनका विश्लेषण करने के लिए आवश्यक तकनीकी कौशल भी प्रदान किए गए।
डॉ. वकीलना ने कहा, "आज की तकनीक का अत्यधिक उपयोग लोगों को मूर्ख बना रहा है और गैजेट अधिक स्मार्ट होते जा रहे हैं। ऐसे में साइबर अपराधों से निपटने के लिए पुलिस को लगातार अपडेट रहना आवश्यक है।" इस प्रकार, गहन अनुसंधान और साइबर अपराध की निरंतर निगरानी के माध्यम से, उन्होंने बहुत अच्छी ट्रेनिंग दी।