सूरत : बालिका प्रवेशोत्सव में गृह मंत्री बोले, "बच्चों को लाठी से नहीं, प्यार से पढ़ाएं"
राज्य सरकार द्वारा प्राथमिक विद्यालयों में बालिका शिक्षा एवं प्रवेशोत्सव कार्यक्रमों का आयोजन
राज्य सरकार द्वारा प्राथमिक विद्यालयों में बालिका शिक्षा एवं प्रवेशोत्सव कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इन कार्यक्रमों में नेताओं और अधिकारियों के साथ-साथ शिक्षक भी शामिल हो रहे हैं।
सूरत में आयोजित एक स्कूल प्रवेशोत्सव कार्यक्रम में, गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने शिक्षकों से आग्रह किया कि वे बच्चों को डांट-फटकार और गुस्से से नहीं, बल्कि प्यार और स्नेह से शिक्षा दें।
उन्होंने कहा, "गुजराती में एक कहावत है - 'सोटी वागे छम छम, विद्या आवे जमजम'। इसका मतलब है कि लाठी का मार लगे छम छम शिक्षा मिले झमझम। लाठी से नही बल्कि प्यार से समझाने पर ही ज्ञान ग्रहण होता है।"
मंत्री ने आगे कहा कि बच्चों को पढ़ाने के लिए शिक्षकों के पास जो विशेष कौशल और कला है, उसे अन्य शिक्षकों को भी सीखना चाहिए। उन्होंने कहा, "सरकार द्वारा विद्यालयों में बेहतरीन व्यवस्था की गई है, लेकिन यह ज़रूरी नहीं है कि डिग्रीधारी शिक्षक ही बेहतर पढ़ाते हैं। शिक्षकों में मौजूद कौशल और कला ही बच्चों को समझने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।"
राज्य गृह मंत्री हर्ष संघवी ने कहा, "21वीं सदी के बच्चों को डांट-फटकार और गुस्से से नहीं, बल्कि प्यार और स्नेह से शिक्षा देनी चाहिए। यह आधुनिक युग है, इसलिए हमें पुराने तौर-तरीकों को बदलकर शिक्षा प्रणाली में बदलाव लाने की आवश्यकता है।"