वडोदरा : डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने वालों की लापरवाही के कारण जहां-तहां कूड़ा डंप करने को लोग मजबूर

कई गृहणियां अपने घर से एकत्रित गीला सूखा कचरा संग्रहण गाड़ी को नहीं दे पाती हैं

वडोदरा : डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने वालों की लापरवाही के कारण जहां-तहां कूड़ा डंप करने को लोग मजबूर

 वडोदरा शहर में डोर टू डोर कचरा संग्रहण करने वाले खुलेआम मनमानी करते हुए किसी भी समय अपने तरीके से कचरा संग्रहण के लिए निकल पड़ते हैं। इसके अलावा सीटी सहित स्पीकर भी चालू नहीं होता है। इसलिए कई गृहिणियां सुबह-सुबह अपने घर का कचरा डोर-टू-डोर वाहन को देने के बजाय ओवरब्रिज के नीचे या सार्वजनिक सड़क पर फेंक देती हैं। 

गौरतलब है कि स्मार्ट सिटी वडोदरा में डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण का ठेका नगर पालिका द्वारा दिया गया है। इसलिए ठेकेदार अपने लोगों के साथ गाड़ी रखकर घर-घर से कूड़ा इकट्ठा करता है। लेकिन चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है कि कूड़ा उठाने वाले कई ड्राइवर अपनी मनमर्जी से गाड़ी चला रहे हैं।नगर पालिका द्वारा डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए एक ठेकेदार को भारी भरकम बिल चुकाता है। जबकि ठेकेदार कचरा संग्रहण वाहन चालकों को रोकटोक नहीं करता है। कई इलाकों में कूड़ा उठाने वाली गाड़ियां अपनी मर्जी से सुबह-सुबह निकलती हैं। मजे की बात तो यह है कि कूड़ा एकत्र करने वाले मानों वाहन लेकर घूमने निकले हो इस तरह घर के पास से ऐसे गुजर जाते हैं और नियमानुसार सीटी बजाने की भी जहमत नहीं उठाते। इसके अलावा उनकी वैन में लगातार स्पीकर बजने के बावजूद भी ऐसे ड्राइवर अपनी मर्जी से स्पीकर ऑन नहीं करते हैं। नतीजा यह है कि कई गृहणियां अपने घर से एकत्रित गीला सूखा कचरा संग्रहण गाड़ी को नहीं दे पाती हैं। इस कारण जब दो-तीन दिन तक ऐसा कूड़ा इकट्ठा किया जाता है तो उसमें से तेज दुर्गंध निकलती है और परिवार को महामारी फैलने का डर सताता रहता है।

इसलिए जब घर से कोई बिजनेस या काम के सिलसिले में बाहर जा रहा होता है तो गृहिणी उनकी गाड़ी पर गीले और सूखे कूड़े का एक थैला लटका देती हैं। गीले सूखे कचरे की गंध वाले ऐसे कूड़े के थैले को कोई बाहर जाने वाला व्यक्ति सार्वजनिक सड़क पर या किसी ओवरब्रिज के नीचे फेंक देता है। यूं तो नगर पालिका की घर-घर से कूड़ा उठाने की योजना अच्छी है, लेकिन इस संबंध में ठेकेदार को वैन चालकों से लेकर प्रत्येक घर के लोगों की राय लेने की जरूरत है।

घर-घर जाकर कूड़ा इकट्ठा करने वाले गार्बेज कलेक्शन वालों की रुचि केवल खाने-पीने या चाय की लॉरी-गल्ला और होटलों में होती है। क्योंकि टीम को चाय-पानी समेत बड़ी मात्रा में कूड़ा मिलता है, जिसमें प्लास्टिक की थैलियों समेत अन्य कूड़ा होता है, जिसे ऐसे कूड़ा उठाने वाले ज्यादातर भंगार में देकर  कैश कर लेते हैं।

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