सूरत : ऑटो रिक्शा में बैठा कर महिला को लूटने वाला गिरोह पुलिस हत्थे चढ़ गया है!

सूरत : ऑटो रिक्शा में बैठा कर महिला को लूटने वाला गिरोह पुलिस हत्थे चढ़ गया है!

दो दिन पहले सूरत शहर के नवागाम डिंडोली इलाके में सब्जी खरीदने निकली 52 वर्षीय महिला सुनंदाबेन वाल्य को ऑटो रिक्शा में बैठाकर लूट लेने वाले गिरोह को पुलिस ने दबोच लिया है। 

रिपोर्ट के अनुसार सुनंदाबेन के साथ ये वारदात उस समय हुई जब वे अपने घर से बाजार खरीदारी के लिये निकली थीं। तभी एक ऑटो रिक्शा चालक और उसमें सवार दो महिलाओं ने उनसे कहा कि उनके पीछे गुंडे पड़े हैं और उन्हें गफलत में डालकर ऑटो रिक्शा में बैठा लिया। कुछ दूर ले जाकर उन्हें रिक्शा से उतारा और उनसे 18 हजार रुपये के गहने और नगदी लूट कर फरार हो गय। 

इस घटना के संबंध में सुनंदाबेन द्वारा डिंडोली पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई गई थी। इसके आधार पर क्राइम ब्रांच की टीम ने जांच शुरु की और चंद घंटों में इस अपराध को अंजाम देने वाले गिरोह के मुख्य सूत्रधार 32 वर्षीय मोहम्मद अस्फाक व उनके सहयोगी मेमुना रजाक शेख, मेहमुद, अस्मा हुसेन पठान, सलमा अहमद अंसारी को मान दरवाजा के पास दबोच लिया। इन लोगों के पास से पुलिस ने ऑटो रिक्शा, 1.17 लाख रुपये मूल्य के सोने के गहने, 6 मोबाइल फोन, नंबर प्लेट के 15 सैट, रेडियम नंबर वाले स्टीकर आदि समान जब्त किया है। 

पुलिस ने जांच के दौरान पता लगाया है कि इस गिरोह ने पिछले 6 महीनों के भीतर सूरत के अडाजण, सिंगणपोर और डिंडोली इलाके में अकेली महिलाओं को ‘आपके पीछे गुंडे पड़े हैं’ कहकर भरमाने के बाद लूट की वारदातों को अंजात दिया है। गिरोह का मुख्य सूत्रधार मोहम्मद अस्फाक इससे पहले भरूच में बैंक एकाउंट खुलवा कर धोखाधड़ी करने और चैन स्नेचिंग की वारदातों में शामिल रहा है। 

इस गिरोह में शामिल पुरुषों व महिलाओं के प्रत्येक वारदात को अंजाम देने के एवज में दो से तीन हजार रुपये दिये जाते थे। इतना ही नहीं, समय-समय पर ऑटो रिक्शा में अलग-अलग महिलाओं को आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने के लिये उपयोग में लिया जाता था। पुलिस ने इस गिरोह को सफलतापूर्वक पकड़ कर इनके द्वारा अंजाम दिये गये सात मामलों का पर्दाफाश किया है। 

Tags: Surat