कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग से मिला, भाजपा के खिलाफ की शिकायत दर्ज कराई

कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग से मिला, भाजपा के खिलाफ की शिकायत दर्ज कराई

नई दिल्ली, 22 अप्रैल (हि.स.)। कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को चुनाव आयोग से मिलकर भाजपा के खिलाफ एक ज्ञापन दिया। इसमें कांग्रेस ने सूरत लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी के निर्विरोध निर्वाचन, प्रधानमंत्री और भाजपा नेता नरेन्द्र मोदी के झालावाड़ में चुनावी भाषण, गुजरात और दिल्ली में लगाए गए पोस्टर पर एतराज जताया है। चुनाव आयोग से बाहर पत्रकारों से बात करते हुए अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि आयोग उनकी शिकायतों के बाद बैठक करने के लिए तैयार हो गया है।

सिंघवी ने कहा कि उनके पास शिकायतों की पूरी सूची है उसमें सुरत लोकसभा क्षेत्र से निर्विरोध रूप से चुने गए भाजपा प्रत्याशी भी एक मुद्दा है। उन्होंने कहा प्रतिनिधिमंडल की ओर इस निर्वाचन पर रोक लगाने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि सूरत में चुनाव के एक दिन पहले कांग्रेस के एक साथ 4 प्रस्तावक बोलते हैं कि वह हस्ताक्षर मेरे नहीं हैं, उसके बाद वह लापता हो जाते हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि जितने भी अन्य नामांकन किए गए , वह सब नामांकन वापस ले लेते हैं। ऐसे में सूरत के चुनाव को स्थगित करना चाहिए।

सिंघवी ने यह भी कहा कि देश के प्रधानमंत्री ने राजस्थान में जिस तरह एक समुदाय के लिए वक्तव्य दिया, वह चुनाव आयोग का उल्लंघन है। सिंघवी ने कहा कि प्रधानमंत्री के बयान से देश की धर्म निरपेक्षता को ठेस पहुंच रही है। चुनाव आयोग को इसपर सख्त कार्यवाही करनी चाहिए। सिंघवी ने कहा कि विशेषकर गुजरात में भाजपा सरकार ने कई जगहों पर सत्तारूढ़ पार्टी की तस्वीरें लगाई हैं, जो सिर्फ धर्म की बात करती है। इसका उपयोग नहीं होना चाहिए।

सिंघवी ने आगे कहा कि उनकी याचिका एक न्यूज चैनल के एंकर के खिलाफ है, इसका लिंक आयोग को दे दिया गया है। अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि उनका एक प्रोग्राम भद्दा होने के साथ ही आपसी वैमनस्य, गैरकानूनी और धर्म-पंथ निरपेक्षता के विरुद्ध है, जिसपर प्रतिबंध लगाना आवश्यक है।

वहीं कांग्रेस के गुरुदीप सिंह सप्पल ने आयोग की बैठक से बाहर आकर मीडिया से बात करते हुए कहा कि दिल्ली में अलग-अलग दलों के नेताओं के कैरिकेचर बने होर्डिंग्स लगाए गए थे, जो कानूनन गलत है। इसलिए हमने इसकी शिकायत चुनाव आयोग से की थी, 16 अप्रैल को चुनाव आयोग ने होर्डिंग्स हटाने का फैसला दिया था, लेकिन अभी तक ये नहीं हटाए गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हैरानी वाली बात ये है कि चुनाव आयोग की टीम कांग्रेस के दफ्तर आई और चुनावी गाइडलाइन का हवाला देकर हमारे अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की तस्वीर को काले कपड़े से ढकवा दिया लेकिन भाजपा द्वारा लगाए गए पीएम मोदी के होर्डिंग्स अभी तक नहीं हटाए गए हैं।

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